पाकिस्तान का साथ देना चीन को पड़ेगा भारी
भारत खोलने जा रहा है बड़ा मोर्चा
- सीएआईटी ने चीनी सामान के बहिष्कार का किया बड़ा ऐलान
- एक सितंबर से चीनी सामान की भारतीय बाजारों में नहीं होगी बिक्री
एजेंसी
नई दिल्ली। कुछ ही दिनों में देश में त्यौहारी सीजन शुरू हो जाएंगे। अगर आपको बाजारों में चीनी सामान ना दिखें तो हैरान ना होना। आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान का साथ देने की वजह से देश के व्यापारी चीन के खिलाफ एक सितंबर से बड़ा मोर्चा खोलने जा रहे हैं। व्यापारियों ने चीनी सामान का बहिष्कार करने का ऐलान कर दिया है। आखिर देश के व्यापारियों ने क्या प्लान बनाया है?
व्यापारियों की मानें तो चीन से आयात होने वाले सामान पर लगने वाली ड्यूटी सही तरीके से नहीं मिल रही है। जिससे देश के राजस्व को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। चीन जानबूझकर अपने सामान की कीमत को कम कर भारत भेजता है। जिसकी वजह से उनकी वस्तुओं पर कम ड्यूटी लगती है। उसी आधार पर आईजीएसटी भी वसूला जाता है। वहीं व्यापारियों के संगठन ने आरोप लगाया कि चीनी सामान के लेनदेन से हवाला के जरिए धन का ट्रांसफर होने का अंदेशा है। जिसकी वजह से देश की इकोनॉमी को काफी नुकसान हो सकता है। डॉमेस्टिक इंडस्ट्री काफी हार्म हो रही है। व्यापार संतुलन भी भारत के पक्ष में नहीं है। जिसकी वजह से भारी मात्रा में विदेशी मुद्रा चीन में चली जाती है।