सीरियल अटैक की दूसरी कड़ी में मुख्यमन्त्री कब करायेंगे अपनी सम्पत्ति की जाँच: मोर्चा
- भारत निर्वाचन आयोग में की थी वर्ष 2017 में शिकायत
- भारत निर्वाचन आयोग ने सी0बी0डी0टी0 को दिये थे जाँच के निर्देश।
- मोर्चा द्वारा राजभवन व मुख्य से की थी जाँच की माँग।
प०नि०संवाददाता
देहरादून। जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने बयान जारी कर कहा कि मुख्यमन्त्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के बयान ''भ्रष्टाचार है तो तुरन्त बतायें'' की कड़ी में मोर्चा द्वारा मुख्यमन्त्री पर सिलसिलेवार प्रहार किये जाने की घोषणा की गयी थी।
उक्त मामले में दूसरा अटैक करते हुए नेगी ने कहा कि त्रिवेन्द्र रावत द्वारा वर्ष 2017 में विधानसभा चुनाव के नामांकन पत्र में भारत निर्वाचन आयोग के समक्ष झूठे उम्र व सम्पत्ति मामले में 30.10.2017 को मोर्चा द्वारा शिकायत दर्ज करायी थी जिसमें रावत द्वारा अपनी करोड़ों रूपये मूल्य की सम्पत्ति को बहुत कम मूल्य में दर्शाना, काली कमाई से अर्जित सम्पत्ति व झूठे शपथ-पत्र आदि प्रस्तुत किये गये थे।
मोर्चा के तथ्यों की गम्भीरता को देखते हुए भारत निर्वाचन आयोग ने दिनांक 19.12.2017 को सेंट्रल बोर्ड फार डायरेक्टर टेक्सेस (सी0बी0डी0टी0) को जाँच के निर्देश दिये थे।
मोर्चा द्वारा उक्त मामले की शिकायत मुख्य सचिव व राजभवन से की गयी थी तथा राजभवन ने भी मामले में कार्यवाही के निर्देश दिये थे। मोर्चा मुख्यमन्त्री त्रिवेन्द्र से माँग करता है कि उक्त भ्रष्टाचार वाली काली कमाई की सम्पत्ति एवं झूठे तथ्यों के मामले में स्वयं के खिलाफ जाँच करायें।