गुरुवार, 3 अक्तूबर 2019

1939 में हुई थी केमू की स्थापना

1939 में हुई थी केमू की स्थापना



दीपक नौगांई अकेला
नैनीताल। कुमाऊं क्षेत्र में यातायात की शुरुआत 1915 में हल्द्वानी नैनीताल के बीच हुई। 1920 में मोटर यातायात को अल्मोड़ा, रानीखेत तक बढ़ाया गया। 1921 से 1938 तक कुमाऊं में 13 मोटर कंपनियां रजिस्टर्ड थी जिनमें प्रमुख थीं हिल मोटर ट्रांसपोर्ट कंपनी, कुमाऊं मोटर सर्विस कंपनी, नैनीताल मोटर ट्रांसपोर्ट कंपनी।
इन कंपनियों में आपसी प्रतियोगिता थी। जिससे इन्हें भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता था। पं० गोविंद बल्लभ पंत के प्रयासों से अप्रैल 1939 में इन सभी कंपनियों को मिलाकर कुमाऊ मोटर हॉनर ऑनर्स लिमिटेड यानि के०एम०ओ०यू० की स्थापना की गई।
इसकी पहली बैठक फोनसिका स्टेट काठगोदाम में हुई जिसमें 23 प्रस्ताव पारित किए गए। इनमें प्रमुख थे काठगोदाम में मुख्य ऑफिस खोलना तथा रामनगर वो टनकपुर में मोटर कंपनी की दो शाखाएं खोलना। तब केमू एशिया की सबसे बड़ी बस सेवा प्रदाता संस्था कहलाती थी।
केमू के संस्थापक सदस्यों में सर्वश्री ई०जी० डा० फोनसिका, जे० बाधन स्केवयर, पृथ्वीनाथ भार्गव, इंद्रजीत भसीन, भवानी दास साह, शिवलाल साह, गुसाई सिंह, ऊर्वा दत्त जोशी तथा भवानी दत्त चंदोला शामिल थे।


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