सोमवार, 18 नवंबर 2019

ऊनी कपड़ों की ऐलर्जी और इससे कैसे बचें

ऊनी कपड़ों की ऐलर्जी और इससे कैसे बचें



प0नि0डेस्क
देहरादून। सर्दियों का मौसम आते ही जब हम ऊनी कपड़े पहनना शुरू करते हैं तो बहुत से लोगों को स्किन पर रैशेज और खुजली होने लगती है। इसे वुलन ऐलर्जी कहते हैं। ये आखिर क्यों होती है और इससे कैसे बच सकते हैं!
सर्दियों ने दस्तक दे दी है। ऐसे में सर्दी से बचने के लिए वुलन यानी ऊनी कपड़े बाहर निकलने लगे हैं। लेकिन बहुत से लोगों को कहते सुना होगा कि उन्हें ऊनी कपड़ों से ऐलर्जी हो जाती है। हर साल तकरीबन 10 से 15 फीसदी महिलाएं वुलन एलर्जी की समस्या का सामना करती हैं। आखिर क्या है वुलन ऐलर्जी और इससे कैसे बचा जा सकता है!
ऐलर्जी के लक्षण
वुलन पहनते ही चेहरे पर लालीपन आ जाना, स्वेलिंग यानी सूजन होने लगना, स्किन स्केली पपड़ीदार हो जाना, नाक बंद होना और स्किन पर खुजली और रैशेज आना जैसी दिक्कतें।
अगर ऊनी कपड़े पहनने के बाद इस तरह की दिक्कतें होती है तो समझ जाइए कि आपको वुलन ऐलर्जी है। ये कई दिन तक स्किन पर बनी रहती है और जैसे ही एक बार ठीक होने लगती है फिर से बाडी पर आ जाती है। यह प्राब्लम हाथों और पैरों में अधिक देखने को मिलती है। 
आमतौर पर ऊन और स्किन हेयर के बीच होने वाले खिंचाव से यह प्राब्लम आती है। उस जगह की स्किन रेड हो जाती है और छोटे-छोटे दाने निकलने लगते हैं, जिनमें लगातार खुजली होती रहती है। विंटर में वुलन ऐलर्जी होने की एक वजह स्किन का वुलन के डायरेक्टर कान्टैक्ट में आना भी है। इससे अर्टिकेरिया की प्राब्लम होती है। इसमें प्रभावित एरिया की स्किन रेड हो जाती है और जलन के साथ बहुत ज्यादा खुजली होती है। वहीं कुछ लोगों की वुलन कपड़े पहनते ही नाक बहने लगती है और आंखों में हमेशा पानी बना रहता है। वे सोचते हैं कि कोल्ड हो गया है, जबकि यह स्किन ऐलर्जी की वजह से होता है।
डाक्टर्स के मुताबिक यह ऐलर्जी आमतौर पर उन्हीं लोगों को होती है, जिनकी स्किन सेंसिटिव होती है। ज्यादातर महिलाओं, बच्चों और बुजुर्ग लोगों को यह प्राब्लम होती है। दूसरी वजह स्किन का ड्राई होना है। अगर स्किन सेंसिटिव है तो चलेगा। लेकिन सेंसिटिव के साथ ड्राइनेस भी रहेगी तो इस प्राब्लम के होने के चांस बढ़ जाते हैं।
वुलन ऐलर्जी का कोई परमानेंट इलाज नहीं है। हां, थोड़े समय के लिए दवाइयों से राहत मिल जाती है लेकिन असर खत्म होते ही वह फिर से हो जाती है। जिन लोगों को वुलन ऐलर्जी की समस्या ज्यादा होती है, वो फुल स्लीव्स के काटन इनरवेअर पहनें। इससे स्किन वुलन के डायरेक्टर टच में नहीं आएगी और ऐलर्जी से बचा जा सकेगा। ऐसे लोगों को बाकी लोगों के बजाय ज्यादा गर्म कपड़े पहनने की भी जरूरत होती है।


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