सोमवार, 9 दिसंबर 2019

भारत बान्ड ईटीएफ की खासियत

भारत बान्ड ईटीएफ की खासियत



वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जानकारी दी कि कैबिनेट ने भारत बान्ड ईटीएफ को मंजूरी दे दी है। इससे बान्ड मार्केट में रीटेल भागीदारी बढ़ेगी। इस बान्ड में कम से कम 3 और ज्यादा से ज्यादा 10 साल के लिए निवेश किया जा सकेगा।
एजेंसी
नई दिल्ली। मोदी सरकार ने देश के पहले बान्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड ईटीएफ को मंजूरी दे दी है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यह जानकारी दी कि केंद्रीय कैबिनेट ने भारत बान्ड ईटीएफ को मंजूरी दे दी है। इससे बान्ड मार्केट में रीटेल भागीदारी बढ़ेगी। इस बान्ड में कम से कम 3 और ज्यादा से ज्यादा 10 साल के लिए निवेश किया जा सकेगा और निवेशकों को सरकार की ओर से पूरी गारंटी मिलेगी।
भारत बान्ड को एडलवाइज ऐसेट मैनेजमेंट कंपनी मैनेज करेगी। इस बान्ड को लेकर भारत सरकार और कई स्टेकहोल्डर्स के बीच करीब 2 साल से बातचीत हो रही थी। भारत बान्ड को मंजूरी की घोषणा करते वक्त वित्त मंत्री निर्मला सीतारण ने कहा कि यह पहला कार्पाेरेट बान्ड ईटीएफ होगा जो पीएसयूज और सरकारी संस्थानों को अतिरिक्त पैसा मुहैया करवाएगा।
भारत बान्ड क्लोज-एंडेड म्यूचुअल फंडों की तरह फिक्स्ड मैच्योरिटी वाला होगा और इसकी यूनिट्स शेयर बाजार में लिस्टिंग होगी। इस ईटीएफ में AAA+रेटेड  फर्में शामिल होंगी। ईटीएफ की यूनिट वैल्यू अधिकतम 1,000 रुपये होगी।
इस स्कीम में दो विकल्प होंगे। एक आप्शन की परिपक्वता अवधि मैच्योरिटी पीरियड 3 साल होगा और दूसरे का 10 साल। यानी एक 2023 में मैच्योर होगा और दूसरा 2030 में। इसमें सिर्फ ग्रोथ आप्शन मिलेगा, डिविडेंड आप्शन नहीं मिलेगा। डीआईपीएएम डिपार्टमेंट आफ इन्वेस्टमेंट ऐंड पब्लिक ऐसेट मैनेजमेंट सेक्रटरी ने बताया कि यह बान्ड दिसंबर में लान्च हो जाएगा।


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