शुक्रवार, 24 जनवरी 2020

दही में नमक मिलाकर खाया जायें अथवा नहीं!

दही खाने से पाचन क्रिया बढ़ती है और त्वचा की चमक बनी रहती है
प0नि0डेस्क
देहरादून। खाने के साथ दही खाना अच्छा लगता है। रायता, कढ़ी और छाछ के रुप में भी दही का सेवन किया जाता हैं। दही खाने से पाचन क्रिया बढ़ती है और त्वचा की चमक बनी रहती है। दही में भरपूर मात्रा में कैल्शियम, प्रोटीन और विटामिन पाए जाते हैं। इन्ही वजह से दही फायदेमंद मानी जाती है, लेकिन कई लोग दही खाने का सही तरीका और समय के बारे में नहीं जानते हैं। 
जैसे कि कुछ लोगों की आदत होती है वो दही में नमक, मसाले या चीनी मिलाकर खाते हैं। लेकिन दही में इन चीजों को मिलाकर खाना कितना सही है? दही एक प्रकार की आयुर्वेदिक औषधि है, जिसमें नमक मिलाकर नहीं खाना चाहिए। नमक मिलाने से दही जहर का काम करता है, क्योंकि नमक मिलाने से इसे बैक्टीरिया मर जाते हैं और यह फायदेमंद नहीं रहता है। दही को हमेशा मीठी चीजों, चीनी, गुड़, बूरा, मिश्री आदि के साथ खाना चाहिए।
दही में मिश्री मिलाकर खाएं तो बहुत फायदा होता है। आयुर्वेद में कहा गया है कि दही-मिश्री खाने से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। दही-मिश्री खाने के प्रथा सदियांे पुरानी हैं। जन्माष्टमी में इसलिए भगवान कृष्ण को दही-मिश्री का भोग लगाया जाता है। पुराने जमाने में लोग दही में गुड़ डालकर खाया करते थे। कोई भी दही में नमक डालकर नहीं खाता था।
दही में कई तरह के गुड बैक्टीरिया मौजूद होते हैं। यह सभी बैक्टीरिया हमारे शरीर में प्रवेश करके एंजाइम प्रोसेस को काबू में रखते हैं जिसमें भोजन जल्दी पच जाता है और पेट से जुड़ी कई प्रकार की समस्याएं दूर हो जाती है। दही में मीठी चीजें डालने से इसमें मौजूद बैक्टीरिया की संख्या बढ़ जाती है और दही ज्यादा फायदेमंद हो जाता है। हालांकि हल्की मात्रा में दही में नमक मिलाने से टेस्ट अच्छा होता है और नुकसान नहीं करता। जिन लोगों को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है उन्हें दही में नमक मिलाकर खाने से बचना चाहिए।
गर्मी या उमस की वजह से होने वाली पसीने की बदबू को खत्म करने के लिए दही घरेलू उपाय है। गर्मी में दही खाना सेहतमंद होता है क्योंकि इसकी तासीर ठंडी होती है। अगर सर्दी, जुकाम और कफ की शिकायत है तो रात में भूलकर भी दही न खाएं। आयुर्वेद के अनुसार रात में दही के सेवन करने से बचाना चाहिए।
हर रोज एक चम्मच दही खाने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। इसमें मौजूद गुड बैक्टीरिया इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाते हैं। दही दांत के लिए फायदेमंद होता है। इसमें भरपूर मात्रा में कैल्शियम और फास्पफोरस उपस्थित होता है। ये हड्ढियों की मजबूती के लिए भी अच्छा है। ये आस्टयिपोरोसिस और गठिया में राहत देने का काम करता है।
दही में कैल्शियम पाया जाता है। ये एक ऐसा तत्व है जो शरीर को फूलने नहीं देता है और वजन न बढ़ने देने में सहायक होता है। दही के अंदर प्रचुर मात्रा में पाए जाने वाले कैल्शियम और फास्फोरस हड्ढियों और दांतों को मजबूती देता है।


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