मंगलवार, 16 जून 2020

वीडियो आधारित कस्टमर आइडेंटिफिकेशन प्रोसेस लॉन्च

एसबीआई कार्ड ने वीडियो आधारित कस्टमर आइडेंटिफिकेशन प्रोसेस लॉन्च की 



इससे ग्राहक सहज, सुरक्षित और संपर्करहित तरीके से ऑन-बोर्ड हो सकेंगे
संवाददाता
देहरादून। एसबीआई कार्ड ने वीडियो नो योर कस्टमर (वीकेवाइसी) फीचर को लॉन्च करने की घोषणा की। इस नए फीचर की मदद से ग्राहकों की जीरो कॉन्टैक्ट, परेशानी रहित ऑन-बोर्डिंग प्रक्रिया सुनिश्चित होगी। यह लॉन्च शुरू से लेकर अंत तक कागजरहित, डिजिटल सोर्सिंग और ऑनबोर्डिंग प्रक्रिया स्थापित करने के एसबीआई कार्ड के प्रयास के अनुरूप है। 
एसबीआई कार्ड ने वीकेवाईसी को भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के हालिया दिशानिर्देशों के बाद लॉन्च किया है, जिसमें वीसीआइपी को ई-साइन प्रक्रिया के साथ ग्राहक पहचान स्थापित करने की एक विधि के रूप में मंजूरी दी गई है। वीकेवाईसी एक सरल व बगैर उपस्थित वाली यात्रा प्रदान करता है, जहां एक ग्राहक को किसी के साथ भौतिक रूप से संपर्क करने की कोई आवश्यकता नहीं होती है। 
डिजिटल ग्राहक ऑनबोर्डिंग यात्रा में, ई-साइन प्रक्रिया आवेदक से डिजिटल एप्लीकेशन फॉर्म पर डिजिटल हस्ताक्षर प्राप्त करने में मदद करती है। आवेदक ने जो विवरण दिया था, उसे सत्यापित करने के लिए पीडीएफ प्रारूप में उसे अपना आवेदन पत्र मिलता है। विवरणों को सत्यापित करने के बाद, आवेदक डिजिटल रूप से आवेदन पत्र पर ई-साइन करता है और कार्ड प्रोसेसिंग आरंभ हो जाती है।
वीकेवाईसी के लॉन्च पर एसबीआई कार्ड के एमडी और सीईओ हरदयाल प्रसाद ने कहा कि हम तकनीक से संचालित कंपनी हैं और अपने उपयोगकर्ताओं के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए हर मार्चे पर अत्याधुनिक आधारभूत संरचना तैयार करने के लिए महत्वपूर्ण निवेश किया है। हर कदम पर ग्राहकों की यात्रा को डिजिटल करने और पूरी प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए हमने टेक्नोलॉजी को शानदार ढंग से तैनात किया है। 
वीकेवाईसी प्रक्रिया फेशियल रिकॉग्निशन, डायनैमिक वेरिफिकेशन कोड, एआइ इनेबल्ड ओसीआर, लाइव फोटो कैप्चार फेशियल रिकॉग्निशन, ओसीआर, जियोटैगिंग आदि जैसी तकनीकों का इस्तेमाल करती है। इन्हें आरबीआई के दिशा निर्देशों द्वारा अनिवार्य किया गया है। इस तरह ये फिजिकल केवाइसी प्रक्रिया से ज्यादा सुरक्षित है।
एक ग्राहक को शीघ्र और आसान केवाईसी पूरा करने के लिए कुछ सरल चरणों का पालन करना होगा
ग्राहक एसबीआई कार्ड वेबसाइट पर या टेली-कॉलिंग के माध्यम से आवेदन पत्र भरता है। वीकेवाईसी के लिए ग्राहक से अपॉइंटमेंट लिया जाता है और ग्राहक को वीकेवाईसी के लिए लिंक भेजा जाता है। लिंक के माध्यम से ग्राहक अपने विवरण भरता है- नाम, जन्म तिथि, पैन नंबर और आधार की एक्सएमएल कॉपी अपलोड करता है। एसबीआई कार्ड अधिकारी के साथ डायनैमिक वेरिफिकेशन कोड के माध्यम से फेस टू फेस वीडियो कॉल शुरू की जाती है।
ग्राहक एआई इनेबल्ड ओसीआर के माध्यम से पैन सत्यापन के लिए वीडियो कॉल पर अपना पैन कार्ड दिखाता है। आवेदक का फोटो वीडियो कॉल के दौरान लिया जाता है और फेशियल रिकग्निशन सॉफ्टवेयर का उपयोग करते हुए इसका आधार और पैन कार्ड से मिलान किया जाता है। लोकेशन जिओटैगिंग यह सत्यापित करने के लिए की जाती है कि ग्राहक भारत में ही है।
एक बार सभी चीजों का मिलान करने के बाद वीकेवाईसी पूरा हो जाता है। आवेदन पत्र डिजिटल रूप से ई-साइन प्रक्रिया के माध्यम से आवेदक द्वारा डिजिटली हस्ताक्षरित है।


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