दलाली करने से बाज आए श्रम विभागः मोर्चा
- श्रमिकों के खाते में क्यों आनलाइन पैसा ट्रांसफर नहीं किया जा रहा!
- घटिया सामान देकर किया जा रहा गरीबों से मजाक
- खाद्यान्न किट आदि का औचित्य क्या! पैसा खातों में डालें
- घटिया साइकिलें, सिलाई मशीन, टूल किट, सोलर लालटेन खरीद/ वितरण में विभाग कर चुका करोड़ों का घोटाला
- सभी लाभार्थियों के खातों का नंबर है विभाग के पास, फिर ऐसा क्यों!
संवाददाता
विकासनगर। जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि प्रदेश में रोजाना भ्रष्टाचार के नए आयाम स्थापित हो रहे हैं तथा इसी कड़ी में श्रम विभाग के भवन निर्माण एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड द्वारा श्रमिकों/गरीबों को खाद्यान्न किट बांटी जा रही है, जिसमें आटा, चावल, चीनी, दाल, सेनिटाइजर, रिपफाइंड इत्यादि हैं।
नेगी ने कहा कि इस कोरोना महामारी की आड़ में गरीब श्रमिकों को खाद्यान्न किट के नाम पर लुटा जा रहा है, क्यों इन गरीबों को किट के बदले आनलाइन खाते में पैसा ट्रांसफर नहीं किया जा रहा? अगर भ्रष्टाचारी ऐसा नेक काम करेंगे तो इनको मोटी कमीशन कहां से मिलेगी।
पूर्व में विभाग द्वारा करोड़ों रुपए की दलाली की गई, जिसके तहत श्रमिकों को घटिया साइकिले, सोलर लालटेन, सिलाई मशीन, टूल किट बांटी गई, जो कि सिर्फ शो पीस हैं तथा श्रमिकों ने ओने-पौने दामों पर बाजार में नीलाम कर दी हैं।
मोर्चा राजभवन से मांग करता है कि इस कमीशनखोरी/दलाली पर रोक लगाने हेतु सरकार को निर्देश दे तथा सामान के बदले खातों में पैसा ट्रांसफर करें जिससे शत-प्रतिशत धनराशि श्रमिकों को मिल सके।