भारत में संगीत निर्माताओं के सशक्तिकरण हेतु डाल्बी लैबोरेटरीज और आईपीआरएस के बीच समझौता
संवाददाता
देहरादून। आडियो एवं वीडियो मनोरंजन के क्षेत्र की अग्रणी कंपनी डाल्बी लैबोरेटरीज इंक (एनवाईएसई-डीएलबी) ने भारत में परफार्मिंग राइट्स के एकमात्र संगठन तथा देश में 6000 से अधिक मशहूर लेखकों, संगीतकारों और पब्लिशर्स का प्रतिनिधित्व करने वाले संस्थान द इंडियन परफार्मिंग राइट सोसाइटी लिमिटेड के सदस्यों के लिए एक शैक्षणिक कार्यक्रम के शुभारंभ की घोषणा की। इस कार्यक्रम के माध्यम से आईपीआरएस के सदस्यों को डाल्बी एटमास म्यूजिक वेबिनार सीरीज में भाग लेने का अवसर मिलेगा, जिसमें टेक्नोलाजी एवं वर्कफ्रलो, डाल्बी एटमास ट्यूटोरियल सीरीज, डाल्बी इंस्टीट्यूट मास्टरक्लास तथा डाल्बी एटमास प्रोडक्शन सूट के लिए प्रफी ट्रायल के अलावा कई अन्य गतिविधियां शामिल होंगी।
डाल्बी लैबोरेटरीज में इमर्जिंग मार्केट्स के मैनेजिंग डायरेक्टर पंकज केडिया ने इस कार्यक्रम के बारे में कहा कि डाल्बी एटमास संगीत रचनाकारों के साथ-साथ संगीत प्रेमियों के लिए बिल्कुल नया अनुभव है। यह संगीत रचनाकारों को अपनी रिकार्डिंग के साथ खुद से प्रयोग करने तथा अपनी भावनाओं को अभिव्यक्त करने के लिए विभिन्न प्रकार के नवीन अवसर उपलब्ध कराता है। इस कार्यक्रम के माध्यम से हम भारत में संगीत रचनाकारों और म्यूजिक पब्लिशर्स को इस बारे में और अधिक जानने एवं पता लगाने का अवसर प्रदान कर रहे हैं कि डाल्बी एटमास किस प्रकार संगीत की रचना एवं इसके अनुभव को नए सिरे से परिभाषित कर रहा है।
आईपीआरएस के अध्यक्ष जावेद अख्तर ने कहा कि आईपीआरएस अपने सदस्यों को डाल्बी एटमास म्यूजिक के बारे में और ज्यादा जानने का अवसर उपलब्ध कराने के लिए डाल्बी के साथ इस साझेदारी को लेकर बेहद आशान्वित है। डाल्बी का यह शैक्षणिक कार्यक्रम भारत में संगीत समुदाय से जुड़े लोगों को प्रेरित करेगा तथा उन्हें अपने संगीत के अनुभव को बेहद आकर्षक एवं अद्भुत बनाने के लिए नए-नए अवसर प्रदान करेगा।
आईपीआरएस के सीईओ राकेश निगम ने कहा कि आज संगीत का परिदृश्य बड़ी तेजी से बदल रहा है, लिहाजा संगीत रचनाकारों के लिए मौजूदा विकास एवं तकनीकी प्रगति के साथ कदम मिलाकर चलना तथा इसका भरपूर लाभ उठाना अत्यंत महत्वपूर्ण है। हम अपने आईपीआरएस 2.0 पहल के एक भाग के रूप में डाल्बी लैबोरेटरीज के साथ इस गठबंधन से बेहद उत्साहित हैं, जो हमारे सदस्यों के मूल्य-वर्धन के साथ-साथ उन्हें सशक्त भी बनाएगा तथा उन्हें भविष्य के लिए तैयार करेगा।
एक ऐसा वर्जन जो आपको गीत की ओर आकृष्ट करता है और आपके समक्ष यह प्रकट करता है कि पारंपरिक रिकार्डिंग में कौन सी चीज मौजूद नहीं है। डाल्बी एटमास बस यही करता है। बात चाहे किसी श्रोता के आसपास रखे गए वाद्ययंत्रों की स्वर-संगति की हो, उच्च कोटि का एक गिटार सोलो जिसकी आवाज से पूरा कक्ष गूंज उठता है, एक बड़ा सा बैस ड्राप जो आपके दिलो-दिमाग को झंकृत कर देता है या फिर किसी गायक के सांस लेने की धीमी आवाज की बात हो, डाल्बी एटमास संगीत से जुड़ी हर बारीकी एवं भावनाओं को कलाकार की कल्पनाओं के अनुरूप पूरी तरह अभिव्यक्त करने की आजादी और अवसर देता है।