सोमवार, 10 जनवरी 2022

कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रान को लेकर दुनिया में चिंता बढ़ गई

 पूर्ण टीकाकरण अभियान से ही कोरोना के तीसरी लहर को रोकना संभव

कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रान को लेकर दुनिया में चिंता बढ़ गई 



प0नि0ब्यूरो

देहरादून। कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रान को लेकर पूरी दुनिया में चिंता बढ़ गई है। इससे निबटने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। साल 2020 में एक वैश्विक वायरस ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था। इस वायरस ने धीरे-धीरे पूरी दुनिया में पैर पसार लिए। इसके पश्चात इस वायरस को विश्व स्वस्थ्य संगठन द्वारा महामारी के रूप में घोषित किया गया। इस एक महामारी ने हमें न सिर्फ घर में कैद होकर रहने के लिए मजबूर किया, बल्कि स्वास्थ्य सम्बंधित भ्रांतियों को भी दूर किया। 

इस महामारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए 21 मार्च 2020 को पूरे देश में जनता कफ्रर्यू लगाया गया। केंद्र और राज्य सरकारों ने इस संक्रमण की कड़ी को तोड़ने के लिए अहम कदम उठाए। वहीं कुछ महीनों बाद ही 2021 में फिर से कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने कहर बरपा दिया। अब 2021 के अंत में एक बार फिर हमें सतर्कता बरतनी पड़ रही है, जब कोरोना वायरस के एक और नए वेरिएंट ‘ओमिक्रोन’ ने दुनिया में चिंता पैदा कर दी है।

तीसरी लहर की संभावना पहले सितंबर में जताई गई थी, वह अब दिसंबर माह में हमारे सामने एक बड़ी चुनौती बन कर तैयार है। इस प्रतिकूल परिस्थिति में केंद्र और राज्य सरकारें भी अपनी तैयारियों में जुट गई हैं। इस वायरस की पहली लहर ने हमारा परिचय कुछ नए शब्दों जैसे सोशल डिस्टेंसिंग, जनता कफ्रर्यू, पीपीई किट, लाकडाउन इत्यादि से भी करवा दिया है। कोई भी उन दिनों को भुला नहीं सकता जब हर मिनट सिर्फ आक्सीजन बेड्स, सिलेंडर और अन्य स्वास्थ सुविधाओं की जरूरत महसूस की जा रही थी। तब हमें कोविड अनुकूल व्यवहार का रास्ता चुनना पड़ा। 

कोरोना की पहली लहर के वक्त हमारे पास न तो इस वैश्विक महामारी से लड़ने के लिए शस्त्र थे, न कोई जानकारी। सरकारों ने लाकडाउन जैसे बड़े फैसले लिए। कोरोना के मामलों को कम करने के लिए चिकित्सा विभाग की सेवाओं के साथ-साथ, उपकरणों में भी वृद्वि की गई। दिन-रात एक करके सभी ने बेहतर काम किया। जनता की सहभागिता रही, नतीजा सबके सामने है। कोरोना काल में लाक डाउन के वक्त गरीब वर्ग के लोगों को भोजन तक की सुविधा सरकार ने तत्परता से की।

कोरोना की तीसरी लहर को ध्यान में रख अस्पतालों में बिस्तरों की क्षमता में वृद्वि की है। सरकार ने कोविड अनुकूल व्यवहार को बढ़ावा देते हुए मास्क पहनना, सामाजिक दूरी बनाना, गैर जरूरी सार्वजनिक सभा आयोजित नहीं करना इत्यादि जैसे अहम कारकों का जनता में निरंतर प्रसार किया है। सरकार द्वारा की गई सभी व्यवस्थाओं के साथ हमें कोरोना के इस नए वेरियंट से बचने के लिए पूर्ण टीकाकृत होने और कोविड अनुकूल व्यवहार अपनाने की जरूरत है।


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