जोजिला पास बंद होने के मात्र 73 दिन बाद श्रीनगर-कारगिल-लेह सड़क यातायात हेतु खोला गया
सीमा सड़क संगठन की असाधारण उपलब्धि
एजेंसी
लद्दाख। सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख और जम्मू और कश्मीर के बीच के प्रवेश द्वार जोजिला पास 11,650 फीट की ऊंचाई पर स्थित श्रीनगर-कारगिल-लेह सड़क पर यातायात हेतु खोल दिया। बीआरओ ने इस पास को बंद होने के 73 दिन बाद ही खोल कर एक सर्वकालिक रिकार्ड बनाया। यह पहली बार है जब बीआरओ ने कठिन मौसम की स्थिति के बीच लगातार बर्फ हटाने का कार्य करते हुए 5 जनवरी तक दर्रे को खुला रखने के बाद यह उपलब्धि हासिल की है।
15 फरवरी से जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में स्थित प्रोजेक्ट बीकन और विजयक द्वारा पास के दोनों ओर से बर्फ हटाने का कार्य किया गया। निरंतर प्रयासों के बाद जोजिला पास में कनेक्टिविटी शुरुआत में 4 मार्च को स्थापित की गई। इसके बाद वाहनों के सुरक्षित मार्ग को बनाने के लिए सड़क की स्थिति में सुधार करने के प्रयास किए गए। आवश्यक ताजा समान की आपूर्ति करने वाले वाहनों के पहले काफिले ने जोजिला पास के पार जाकर लद्दाख के लोगों को बहुत आवश्यक राहत दी एवं कारगिल पहुंचा। आमतौर पर भारी हिमपात के कारण सर्दियों के दौरान जोजिला पास लगभग 160 से 180 दिनों के लिए बंद रहता था।
जोजिला पास को दोबारा खोलने के दौरान सीमा सड़क महानिदेशक (डीजीबीआर) लेफ्रिटनेंट जनरल राजीव चौधरी सहित नागरिक प्रशासन और सेना के विभिन्न गणमान्य अधिकारी मौजूद थे। प्रोजेक्ट बीकन और विजयक के प्रयासों की सराहना करते हुए सीमा सड़क संगठन के महानिदेशक (डीजीबीआर) ने कहा कि जोजिला पास के जल्द खुलने से न केवल देश की रक्षा तैयारियों को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि लद्दाख के लोगों तक आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति में भी सुविधा होगी। उन्होंने कहा कि पास के खुलने से बीआरओ को लद्दाख में महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के निर्माण के लिए आवश्यक सामग्री का स्टाक करने में मदद मिलेगी।