रविवार, 4 अगस्त 2019

माता सविन्दर ने बाबा की शिक्षाओं को आगे बढ़ाया

माता सविन्दर ने बाबा की शिक्षाओं को आगे बढ़ाया
माता सविन्दर जी की पावन स्मृति में भक्तों ने दी भावपूर्ण श्रद्वांजलि

देहरादून। सदगुरू माता सविन्दर जी की याद में एक विशेष सत्संग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। विदित हो कि सत्गुरू माता सविन्दर जी अपने नश्वर शरीर को त्याग कर ब्रहमलीन हुई। 13 मई, 2016 को बाबा हरदेव सिंह जी के आकस्मिक निधन पर माता सविन्दर जी ने मिशन की बागडोर को सम्भाला था। 
सत्संग कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मसूरीे जोन के जोनल इंचार्ज हरभजन सिंह ने सविन्दर माता जी के जीवन पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि सविन्दर जी का जन्म 1957 में हुआ। उनकी पढ़ाई फरूखाबाद, मसूरी और दिल्ली में हुई। 1975 में बाबा हरदेव सिंह जी के साथ उनका विवाह हुआ। सन् 1980 से 2016 तक बाबा हरदेव सिंह जी के साथ 36 वर्षो तक कदम से कदम मिलाकर सेवारत रही। 
17 मई 2016 को सत्गुरू रूप में प्रकट होकर मिशन की सेवा की। सत्गुरू माता सविन्दर जी ने बाबा हरदेव सिंह जी की शिक्षाओं को निरन्तर आगे बढ़ाने पर बल दिया। स्थानीय संयोजक कलम सिंह रावत ने कहा कि सविन्दर जी ने इस भवन के निर्माण कार्यो की नींव अपने कर कमलों से रखी थी। संचालक मंजीत सिंह ने भी माता जी के उपकारों को याद करते हुए कहा कि हम सब मिलजुल कर गुरू के वचनों अपने जीवन में उतारें। 
नरेश बिरमानी, केआर भारती, इन्द्रा नकोटी, अशोक, हेमलता सोलंकी, अनिता काम्बोज, अमित नेगी, शशि क्षेत्री, जिया, मुकेश बांगर ने अपने गीतों एवं प्रवचनों से संगत का निहाल किया। मंच संचालन बहन श्याणी ने किया। समस्त संगत को लंगर वितरण किया गया।


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