रविवार, 6 अक्तूबर 2019

जेब से दिमाग गर्म होने का कनेक्शन

जेब से दिमाग गर्म होने का कनेक्शन
एक स्टडी में सामने आया कि जेब हल्की होने पर दिमाग गरम रहता है



एजेंसी
नई दिल्ली। पैसा हमारे जीवन को कई तरह से प्रभावित करता है। अब एक स्टडी में यह बात सामने आई है कि यदि बन्दे की आय में गिरावट आती है तो इसका सीधा असर उसके दिमाग और यादाश्त पर पड़ता है।
कई बार हम लोगों को कहते सुनते है कि जेब ठंडी होती है तो दिमाग गरम रहता है। यह बात अब एक स्टडी में भी सामने आई है। स्टडी के मुताबिक युवा व्यस्क जिनकी आय में सालाना 25 फीसदी तक गिरावट होती है उनमें मिडिल एज तक सोचने की शक्ति और दिमागी स्वास्थ्य प्रभावित होने का खतरा ज्यादा रहता है।
स्टडी के लीडर आथर ने बताया कि स्टडी में उन लोगों ने हिस्सा लिया था जिन्होंने 2000 में रिसेशन झेला। उस वक्त कई लोगों ने फाइनैंशल प्राब्लम्स झेली। स्टडी में सामने आया कि इनकम में ज्यादा उतार-चढ़ाव और कमाई के सबसे अहम सालों में आय में गिरावट का सीधा ताल्लुक अनहेल्दी ब्रेन से है।
यह स्टडी जर्नल न्यूरालजी में छपी है। इसमें 3,287 लोगों ने हिस्सा लिया। ये लोग स्टडी की शुरुआत के वक्त 23-35 साल के थे। शोधकर्ताओं ने देखा कि 1990-2010 के बीच कितने बार उनकी आय में गिरावट आयी या आय के परसेंटेज में चेंज हुआ। हिस्सा लेने वालों को सोचने और मेमोरी टेस्ट वाले काम दिए गए थे। शोधकर्ताओं ने देखा कि जिन लोगों की इनकम में दो बार गिरावट हुई थी उनका प्रदर्शन खराब था।
जिनकी इनकम में बहुत ज्यादा गिरावट हुई थी उन्होंने टास्क कम्प्लीट करने में भी बहुत ज्यादा वक्त लिया। उनका वर्बल मेमरी टेस्ट लिया गया, उसमें भी खराब प्रदर्शन रहा। वहीं 707 प्रतिभागियों के समूह के दिमाग का एमआरआई टेस्ट किया गया फिर 20 साल बाद फर से उनका ब्रेन वाल्यूम चेक किया गया। जिन लोगों ने फाइनैंशल दिक्कत झेली थी उनका टोटल ब्रेन वाल्यूम कम आया।


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