शनिवार, 12 अक्तूबर 2019

‘निशंक’ ने किया सीबीएसई के नए एकीकृत परिसर का शिलान्यास

द्वारका में सीबीएसई के नए एकीकृत परिसर का शिलान्यास



केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने दिल्ली के द्वारका में सीबीएसई के नए एकीकृत परिसर का  किया शिलान्यास
एजेंसी
नई दिल्ली। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने द्वारका में सीबीएसई के नए एकीकृत परिसर का शिलान्यास किया। इस अवसर पर  सीबीएसई की अध्यक्ष श्रीमती अनीता करवाल भी उपस्थिति थी। इस अवसर पर बोलते हुए मानव संसाधन विकास मंत्री ने सीबीएसई को नए भवन की नींव रखने के लिए बहुत-बहुत बधाई दी। उन्होंने कहा कि नई इमारत केवल कंक्रीट की इमारत नहीं होनी चाहिए बल्कि शिक्षा की बेहतरी की दृष्टि का केंद्र होना चाहिए जो इस इमारत के माध्यम से परिलक्षित भी होना चाहिए।
पोखरियाल ने कहा कि भारत एक युवा देश है और सीबीएसई हमारे बच्चों को फिर से दुनिया का नेतृत्व करने के लिए सही दिशा और मार्गदर्शन देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। उन्होंने कहा कि युवाओं को सही दिशा देने के लिए हम लगभग 33 वर्षों के अंतराल के बाद नई शिक्षा नीति ला रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि आम जनता और उसके हितधारकों से प्राप्त लंबे विचार-विमर्श, सुझावों और टिप्पणियों के बाद एनईपी का मसौदा तैयार किया गया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि नई शिक्षा नीति 21 वीं सदी की आवश्यकता के साथ भारतीय संस्कृति और मूल्यों की सच्ची प्रतिनिधि होगी।
मानव संसाधन विकास मंत्री ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री के पर्यावरण को बचाने के विजन के अनुसार एमएचआरडी मंत्रालय के साथ-साथ हम मंत्रालय से संबद्ध संगठनों और स्वायत्त निकायों में भी एकल उपयोग प्लास्टिक के उपयोग को रोक रहे हैं। उन्होंने कहा कि एमएचआरडी हमारे देश के हरित वातावरण को बढ़ाने और भावी पीढ़ियों के लिए जल संसाधनों को संरक्षित करने के लिए 1 लीटर पानी प्रतिदिन बचाने के लिए वन स्टूडेंट-वन ट्री अभियान भी चला रहा है। उन्होंने कहा कि छात्र इन अभियानों में उत्साह से भाग भी ले रहे हैं।


बोर्ड ऑफ एक्सीलेंस के माध्यम से अपने संबद्ध स्कूलों के शिक्षकों और प्राचार्यों को विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण प्रदान करने के उद्देश्य से बोर्ड ने अजमेर, इलाहाबाद, बेंगलुरु, भोपाल, भुवनेश्वर, चंडीगढ़, चेन्नई, दिल्ली पूर्व, दिल्ली पश्चिम, देहरादून, गुवाहाटी, नोएडा, पटना, पंचकूला, पुणे और तिरुवनंतपुरम में 16 क्षेत्रीय कार्यालय भी स्थापित किए हैं।
दिल्ली में मुख्यालय के अलावा, बोर्ड की प्रीत विहार (दिल्ली) में एक व्यावसायिक परीक्षा इकाई है, दिल्ली के राउज एवेन्यू में शैक्षणिक एवं कौशल शिक्षा केन्द्र और पटपड़गंज में क्षेत्रीय कार्यालय और सीटीईटी इकाई है। दिल्ली में बोर्ड की विभिन्न शाखाओं/इकाइयों के बीच बेहतर तालमेल बनाए रखने और सीबीएसई संबद्ध स्कूलों की संख्या में वृद्धि के कारण बढ़ती चुनौतियों का सामना करने के लिए, बोर्ड ने पहले दिल्ली में एक एकीकृत कार्यालय परिसर बनाने का प्रस्ताव दिया था और इसके लिए दिल्ली के द्वारका सेक्टर-23 में दिल्ली विकास प्राधिकरण से तीन एकड़ जमीन का एक भूखंड खरीदा गया था।
बोर्ड का प्रस्तावित एकीकृत परिसर भवन हरित भवन के मानदंडों को पूरा करते हुए एक अत्याधुनिक भवन होगा। भवन परिसर की कुछ विशेष विशेषताओं में कुशल भवन प्रबंधन प्रणाली की स्थापना शामिल होगी जो ऊर्जा संरक्षण की भी सुविधा प्रदान करेगी। सोलर पैनल लगाए जाएंगे जो बिल्डिंग की छत पर होंगे एवं इससे 300 किलोवाट प्रति घंटा बिजली का उत्पादन होगा। भूजल के पुन: उपयोग के लिए भी एक कार्ययोजना प्रस्तावित है। साथ ही एक सीवेज ट्रीटमेंट प्लान भी नई तकनीक पर बनाया जाएगा। एकीकृत परिसर में शामिल की जा रही ये सुविधाएं पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान देंगी। भवन के डिजाइन में नवीनतम सुरक्षा सुविधाओं का भी ध्यान रखा गया है। 12,000 वर्ग मीटर की यह इमारत लगभग 24 महीने की अवधि में पूरा होने का अनुमान है।


 


 


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