गुरुवार, 10 अक्तूबर 2019

रानीबाग की रामलीला

रानीबाग की रामलीला


1976 में शुरू हुई थी रानी बाग की रामलीला

प०नि०संवाददाता

नैनीताल। रामलीला कमेटी रानी बाग के पूर्व सचिव दीपक नौगांई अकेला बताते हैं की बाल रामलीला के रूप में रानी बाग की रामलीला की शुरुआत मोहन चंद्र मिश्रा ने की थी।

लालटेन और पेट्रोमैक्स की रोशनी में जूनियर हाई स्कूल में आयोजित 1976 में हुई रामलीला हेतु पात्रों के लिए कपड़े काठगोदाम की रामलीला कमेटी से उधार लिए गए थे। तब चंदे के रूप में कुल ₹600 की धनराशि एकत्र हुई थी और आयोजन में ₹500 का खर्चा हुआ था 1978 से तख्ते, बल्ली व पाइप से स्टेज बनाकर मैदान में रामलीला प्रारंभ हुई। 80 के दशक में पक्का मंच बनाया गया जिसके लिए सर्वाधिक धनराशि गोपाल दत्त पांडे और बद्री दत्त नौगांई ने दी थी।

रामलीला के आयोजन को आगे बढ़ाने में डॉक्टर रमेश चंद्र जोशी, लाल सिंह बिष्ट, पान सिंह पनोरा, षष्ठी दत्त त्रिपाठी, चंद्र दत्त कर्नाटक, बद्री दत्त नौगांई, गोपाल दत्त पांडे, हरीश मेहरा, भगवान दास वर्मा, उमेश डबराल आदि ने सहयोग दिया।

यहां पर हर धर्म और जाति के लोग रामलीला के आयोजन में सहयोग करते हैं। रामलीला देखने अमृतपुर, लमजाला, बसूरिया, अमिया, भुजियाघाट, दोगड़ा से लोग आते हैं।

माईगव हेल्पडेस्क पर डिजिलाकर सेवाओं का उपयोग

  माईगव हेल्पडेस्क पर डिजिलाकर सेवाओं का उपयोग व्हाट्सएप उपयोगकर्ता $91 9013151515 पर केवल नमस्ते या हाय या डिजिलाकर भेजकर कर सकते है चैटबाट...