रिलायंस जीओ से आउटगोइंग वॉयस कॉल नहीं अब मुफ्त
ऑफ-नेट वॉयस कॉल्स के लिए रिलायंस जीओ ने प्रीपेड ग्राहकों के लिए चार आईयूसी टॉप-अप वाउचर्स पेश किए हैं। ये 10 रुपये से 100 रुपये के बीच के हैं।
एजेंसी
नई दिल्ली। रिलायंस जीओं ने ऐलान किया कि वह अन्य मोबाइल नेटवर्क पर वॉयस कॉल के लिए अपने सब्सक्राइबर्स से 6 पैसे प्रति मिनट की दर से शुल्क लेगी। मुंबई के इस टेलीकॉम ऑपरेटर ने दावा किया कि नया वॉयस कॉल चार्ज ट्राई के इंटरकनेक्ट यूज़ेज चार्ज के कारण लाया गया है। यह चार्ज दो अलग नेटवर्क के बीच आउटगोइंग कॉल के लिए है। इन कॉल्स को ऑफ-नेट वॉयस कॉल्स के नाम से लाया जाता है। यह बदलाव दूसरे टेलीकॉम ऑपरेटर पर वॉयस कॉल करने के लिए है। जबकि जियो से जियो नंबर, इनकमिंग कॉल्स और जियो से लैंडलाइन कॉल पहले की तरह मुफ्त रहेगा। इसके लिए कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं देना होगा।
ऑफ-नेट वॉयस कॉल्स के लिए रिलायंस जियो ने प्रीपेड ग्राहकों के लिए चार आईयूसी टॉप-अप वाउचर्स पेश किए हैं। ये 10 रुपये से 100 रुपये के बीच के हैं। जियो ने कहा है कि आईयूसी टॉप अप वाउचर के बदले में ग्राहकों को अतिरिक्त डेटा दिया जाएगा, ताकि ग्राहकों को अतिरिक्त टैरिफ नहीं देना पड़े। इसके अलावा पोस्टपेड जियो ग्राहकों को ऑफ-नेट डेटा आउटगोइंग कॉल्स के लिए 6 पैसे प्रति मिनट की दर से शुल्क लगेगा। पोस्टपेड ग्राहकों को भी अतिरिक्त डेटा दिया जाएगा।
रिलायंस जीओ ने मीडिया को बयान जारी करके बताया कि दूसरे नेटवर्क पर ऑफ-नेट वॉयस कॉल्स के लिए टेलीकॉम ऑपरेटर को इंटरकनेक्ट यूज़ेज चार्ज देना पड़ता है। इस कारण से मजबूरी में अब ग्राहकों से शुल्क लिया जाएगा। ऑपरेटर ने दावा किया कि बीते तीन साल में इंटरकनेक्ट यूज़ेज चार्ज के कारण उसने अपने राजस्व से 13,500 रुपये का भुगतान किया। जियो का आरोप है कि 2017 में ट्राई ने आईयूसी चार्ज में बदलाव किया था। लेकिन अन्य टेलीकॉम ऑपरेटर ने वॉयस कॉल्स के टैरिफ 1.50 रुपये प्रति मिनट तक बढ़ा दिया था।
रिलायंस जीओ ने भरोसा दिया है कि आउटगोइंग ऑफ नेट कॉल्स के लिए 6 पैसे प्रति मिनट का शुल्क तब तक लिया जाएगा जब तक ट्राई आईयूसी को पूरी तरह से रद्द ना कर दे। गौर करने वाली बात है कि ट्राई ने 1 जनवरी 2020 तक जीरो टर्मिनेशन चार्ज का लक्ष्य रखा है। अगर ऐसा होता है तो इस तारीख के बाद ग्राहकों को ऑफ-नेट वॉयस कॉल्स के लिए कोई शुल्क नहीं देना होगा।