रविवार, 15 दिसंबर 2019

कॉन्ट्रेक्टर द्वारा अवर अभियंता के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने का विरोध 

कॉन्ट्रेक्टर द्वारा अवर अभियंता के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने का विरोध 



लाइन स्टाफ की भारी कमी के चलते कर्मियों पर कार्य का अतिरिक्त दबाव होने से लगातार हादसों की संख्या बढ़ रही 
प0नि0संवाददाता
देहरादून। उत्तराखंड पावर जूनियर इंजीनियर्स एसोसिएशन की बैठक संगठन भवन माजरा में आहूत की गयी। बैठक में यूपीसीएल में अवर अभियन्ता संवर्ग की लम्बित समस्याओं विशेष तौर पर अवर अभियंता से सहायक अभियंता के रिक्त पदों पर प्रोन्नति को लेकर अब तक किये गये ध्यानाकर्षण कार्यक्रम की समीक्षा की गयी। 
केन्द्रीय अध्यक्ष जीएन कोठियाल ने कहा कि एसोसिएशन ने प्रोन्नति को लेकर प्रबन्धन से लम्बे समय तक वार्ता की एवं तय समय सीमा तक इंतज़ार किया। प्रबन्धन द्वारा लगातार प्रोन्नति किये जाने का सिर्फ आश्वासन दिया जाता रहा परन्तु प्रोन्नतियां नहीं की गयीं। अवर अभियंता संवर्ग के सदस्यों की प्रोन्नति को बेवजह कोर्ट केस का हवाला देकर विवादित बनाने के लिये बेवजह कमेटी बना दी गयी। उन्होंने कहा कि एसोसिएशन के संज्ञान में आया है कि 23 जुलाई को कमेटी द्वारा अपनी रिपोर्ट सौंप दी गयी है परन्तु ईएंडएम के 12 एवं सिविल के 03 रिक्त सहायक अभियंताओं के पदों पर अभी तक प्रोन्नति नहीं की गयी है, यह उत्तराखंड के मूल निवासी अवर अभियंताओं के साथ अन्याय की पराकाष्ठा है। एसोसिएशन माननीय मुख्यमंत्री एवं ऊर्जा सचिव महोदया को भी इस मामले की सम्पूर्ण जानकारी दे चुका है। इस सम्बन्ध में पुनः 06 दिसंबर को प्रबन्ध निदेशक यूपीसीएल को पत्र लिखकर एसोसिएशन से वार्ता करने एवं शीघ्र प्रोन्नति किये जाने की मांग की गयी है।
केन्द्रीय अध्यक्ष ने कहा कि अपनी विगत लम्बित मांगों के परिपेक्ष्य में यूपीजेईए के सदस्यों द्वारा केंद्रीय अध्यक्ष एवं केन्द्रीय महासचिव की अगुवाई में 13 दिसंबर को तीनों निगमों के प्रबन्ध निदेशकों को ज्ञापन सौंपा गया। इसी क्रम में एमडी  यूपीसीएल ई0 बीसीके मिश्रा के समक्ष आईटी पार्क सबस्टेशन में घटित दुर्घटना में कॉन्ट्रेक्टर द्वारा अवर अभियंता के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने का विरोध जाहिर किया गया। उन्हें अवगत कराया गया कि कॉर्पाेरेशन में लाइन स्टाफ की भारी कमी के चलते उपनल, एसएचजी एवं अन्य कर्मियों पर कार्य का अतिरिक्त दबाव होने से लगातार हादसों की संख्या बढ़ रही है, इन परिस्थितियों में अवर अभियंताओं को दोषी ठहराना जायज नहीं है। यदि इस प्रकरण में कॉन्ट्रेक्टर के विरुद्ध कार्यवाही नहीं की गयी तो एसोसिएशन 24 घण्टे के नोटिस पर आंदोलन को बाध्य होंगे जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी यूपीसीएल प्रबन्धन की होगी।
केन्द्रीय महासचिव जेसी पन्त ने कहा कि प्रबंधन ने अपनी जायज मांगों के समर्थन में लोकतांत्रिक तरीके से ध्यानाकर्षण कर रहे एसोसिएशन के पदाधिकारियों एवं सदस्यों के उत्पीडनात्मक स्थानांतरण कर दिये। संवर्ग के पदाधिकारियों एवं सदस्यों के साथ पक्षपात एवं उत्पीड़नात्मक तरीके से की गयी कार्यवाही पर सम्पूर्ण अवर अभियंता संवर्ग में रोष व्याप्त है। उन्होंने कहा कि स्टाफ की भारी कमी होने के बावजूद सम्मानित उपभोक्ताओं को 24ग7 विधुत आपूर्ति सुनिश्चित करने वाले अवर अभियंताओं का यदि प्रबंधन द्वारा शारीरिक, मानसिक एवं आर्थिक शोषण किया जायेगा तो इसे अब कतई बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।
प्रान्तीय अध्यक्ष रविन्द्र सैनी ने अवर अभियंताओं के प्रारंभिक वेतनमान संशोधन होने, प्रोन्नति कोटा 58.33ः किये जाने, एसीपी का लाभ पूर्ववत किये जाने सम्बन्धी विचार प्रमुखता से रखे।
बैठक में प्रान्तीय अध्यक्ष रविन्द्र सैनी, कर्ण सिंह, आनन्द, राहुल अग्रवाल आदि मौजूद रहे।


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