सोमवार, 10 फ़रवरी 2020

54 साल बाद बरेली का झुमका मिला

54 साल बाद बरेली का झुमका मिला



बरेली में एनएच 24 के जीरो प्वाइंट पर झुमका तिराहा बनाया गया है। इसके साथ ही इस तिराहे पर एक विशाल झुमका भी लगाया गया है। इस झुमके का लोकार्पण केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार द्वारा किया गया।
एजेंसी 
बरेली। सालों के इंतजार के बाद बरेली का झुमका वापस मिल गया। 1966 में रिलीज हुई फिल्म मेरा साया का गाना झुमका गिरा रे, बरेली के बाजार में तो आपने सुना ही होगा. इस गाने के रिलीज होने के बाद बरेली का नाम लोगों की जुबां पर चढ़ गया था और इस गाने में एक्ट्रेस अपना झुमका ढूंढ रही थी और वो तलाश अब खत्म हो गई है। शहर को वो झुमका वापस मिल गया है।
बरेली में एनएच 24 पर जीरो पॉइंट पर झुमका तिराहा बनाया गया है, जहां एक विशाल झुमका लगाया गया है। इस झुमके का लोकार्पण केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने किया। बरेली विकास प्राधिकरण और डा0 केशव अग्रवाल के सहयोग से बरेली में एनएच 24 पर जीरो पॉइंट पर झुमका तिराहा बनाया गया है, जहां एक विशाल झुमका लगाया गया है। दिल्ली से आने वाले लोगों को ये झुमका देखने को मिलेगा और झुमका देखकर लोग एक बार सेल्फी लेने को जरूर मजबूर हो जाएंगे। 
झुमका लगाने की शुरुआत फिल्म मेरा साया के गाने झुमका गिरा रे के सिल्वर जुबली यानी की 50 साल पूरे होने पर की गई थी। बरेली विकास प्राधिकरण की योजना थी की ये फ़िल्म अभिनेत्री साधना के लिए श्रद्धांजलि भी होगी लेकिन झुमका लगाने के लिए इसमें लगने वाली लागत की वजह से ये नहीं हो पाया क्योंकि बीडीए के पास इतना पैसा नहीं था जिसके बाद शहर के लोगों से सहयोग मांगा गया। इसके बाद इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के मालिक डा0 केशव अग्रवाल ने झुमका लगाने की जिम्मेदारी ली। .जिसके बाद बीडीए के सहयोग से आखिरकार झुमका लगकर तैयार हो गया।
बरेली अपने आप में बहुत सारे इतिहास को समेटे हुए है। अहिक्षत्र का किला, जैन मंदिर, नाथ नगरी, बरेली का सूरमा, बरेली का मांझा, बरेली का फर्नीचर और बरेली की ज़री जरदोजी को पहचान दिलाने की जरूरत नहीं है।


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