बुधवार, 20 मई 2020

एक बार सफेद होने के बाद फिर से काले हो सकते हैं बाल!

एक बार सफेद होने के बाद फिर से काले हो सकते हैं बाल!



शरीर में पोषक तत्वों की कमी के कारण हो रहें सफेद बालों को डाइट में बदलाव करके रोका जा सकता 
प0नि0ब्यूरो
देहरादून। आमतौर पर उम्र बढ़ने के साथ हमारे बाल भी सफेद हो जाते हैं। यह शरीर में मेलेनिन पिगमेंट की कमी के कारण होता है। शरीर में पिगमेंट का उत्पादन बालों और स्किन के नेचुरल कलर के प्रति जिम्मेदार होता है। इसलिए शरीर में कम मात्रा में मेलेनिन बनने पर बाल सफेद दिखने लगते हैं।
उम्र बढ़ने पर शरीर में मेलेनिन का स्तर कम होना स्वाभाविक है। हालांकि इसके अलावा अन्य कई कारणों से भी मेलेनिन की कमी हो सकती है। हालांकि यदि बाल आनुवांशिक कारणों से सफेद हैं तो इन्हें काला नहीं बनाया जा सकता। लेकिन यदि शरीर में पोषक तत्वों की कमी के कारण बाल सफेद हो रहे हों तो डाइट में बदलाव करके इन्हें रोका जरूर जा सकता है।
बता दें कि बालों के रंग के पीछे मेलेनिन जिम्मेदार होता है। 30 वर्ष की उम्र के बाद हमारे शरीर के मेलेनिन का स्तर घटने लगता है। दरअसल बालों के रंग का जाना व्यक्ति के जीन द्वारा निर्धारित होता है। यदि आपके माता-पिता के बाल समय से पहले सफेद हो गए हों, तो आपका बाल भी सफेद होना तय है। आनुवांशिक कारणों से बाल सफेद होने पर इन्हें रिस्टोर नहीं किया जा सकता है।
गौर करने वाली बात यह है कि बालों को स्वस्थ रखने के लिए संतुलित आहार लेना बेहद जरुरी है। शरीर में विटामिन बी 12, फोलेट, कापर और आयरन जैसे पोषक तत्वों की कमी होने पर उम्र से पहले ही बाल सफेद होने लगते हैं। पूरक आहार से बाडी में पोषक तत्वों की भरपायी होती है जिससे बाल अपने सामान्य कलर में लौट आते हैं।
थायराइड रोग या एलोपेसिया एरिएटा सहित अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के कारण समय से पहले बाल सफेद हो जाते हैं। ऐसे ही हार्माेनल उतार-चढ़ाव के कारण भी बालों के रंग में परिवर्तन हो सकता है। इन बीमारियों का समय पर इलाज करके मेलेनिन को रिस्टोर किया जा सकता है।
अब सबसे बड़ा सवाल यह कि बालों को सफेद होने से कैसे रोकें? इसके लिए अपना वजन नियंत्रित रखें और खूब पानी पिएं। प्रदूषण और रसायनों के संपर्क में आने से बचें। बालों को धूप और धूल-मिट्टी से बचाएं। तनाव कम लें क्योंकि स्ट्रेस हार्माेन मेलेनिन के उत्पादन को धीमा कर देता है। यदि बाल प्राकृतिक रूप से सफेद हैं तो ये फिर से काले नहीं हो सकते हैं। हालांकि लोग एक-दूसरे को बालों का रंग वापस लाने के लिए कई उपाय बताते हैं जिनका कोई असर नहीं होता है।
कुछ पोषक तत्व मेलेनिन के उत्पादन को प्रभावित करते हैं। बायोटिन, जिंक, सेलेनियम, विटामिन बी 12 और डी-3 जैसे सप्लीमेंट्स बालों के रंग को वापस लाने में मदद करते हैं। लेकिन जब तक यह निदान नहीं हो जाता कि बाल किन कारणों से सपफेद हो रहे हैं, तब तक ये सप्लीमेंट्स काम नहीं करते हैं। क्योंकि आनुवाांशिक कारणों से बाल सफेद हुए तो इलाज मुमकिन नही होता है। 
कुछ लोगों का मानना है कि नारियल तेल में नींबू का रस मिलाकर लगाने से सफेद बाल काले हो जाते हैं। दरअसल यह घरेलू नुस्खा स्कैल्प में सूजन को कम करता है और बाल को चमकदार बनाता है। लेकिन इससे बालों का कलर लौटना बेहद मुश्किल काम है। यदि आपके बाल सफेद हो रहे हों तो सबसे पहले उसका सही कारण जानें। उसके बाद बालों के नेचुरल कलर को वापस लाने के लिए कोई उपाय करें।


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