मंगलवार, 28 जुलाई 2020

कोशिकाओं को मूर्ख बनाता है कोरोना वायरस

कोरोना वायरस को लेकर भारतीय वैज्ञानिकों को मिली बड़ी सफलता
बड़ा खुलासाः कोशिकाओं को मूर्ख बनाता है कोरोना वायरस



एजेंसी
नई दिल्ली। कोरोना वायरस का कहर जारी है। देश में कोरोना संक्रमित की संख्या दिनोंदिन आसमान छू रही है। देश में तेजी से कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है। कोरोना महामारी से जंग लड़ने के लिए देशभर के वैज्ञानिक लगातार कोशिश कर रहे हैं। हर रोज वैक्सीन को लेकर नए शोध किए जा रहे हैं। इस बीच भारतीय वैज्ञानिकों ने एक अध्ययन करते हुए बड़ा निष्कर्ष निकाला है। यह निष्कर्ष नेचर कम्युनिकेशंस जनरल में प्रकाशित हुई है।
इसके मुताबिक अणु एनएसपी10 मेजबान कोशिका के एमआरएनए की नकल करने के लिए विषाणुजनित एमआरएनए में बदलाव करता है। यानी मालिक्यूल एनएसपी10 वायरस के एमआरएनए को बदलकर उसे संक्रमित कोशिका के एमआरएनए जैसा बना देता है। वहीं अमेरिका के सैन एंटोनियो में द यूनिवर्सिटी आपफ टेक्सास हेल्थ साइंस सेंटर के शोधकर्ताओं ने कहा कि यह बदलाव एनएसपी10 विषाणुओं को मेजबान कोशिका की प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया से बचाता है।
यूटी हेल्थ सेन एंटोनियो से अध्ययन के सह-लेखक एवं भारतीय मूल के वैज्ञानिक योगेश गुप्ता के अनुसार कोशिकाओं को भ्रमित करने वाले इन बदलावों की वजह से विषाणुजनित संदेशवाहक आरएनए अब इसे कोशिका के अपने कूट का हिस्सा समझता है, बाहरी नहीं। योगेश गुप्ता ने कहा कि यह एक ठगी जैसा है। वायरस इस बदलाव के जरिये कोशिकाओं को मूर्ख बना देता है।
अनुसंधानकर्ताओं के मुताबिक एनएसपी16 की थ्रीडी संरचना को समझने से नए कोरोना वायरस सार्स-सीओवी-2 और अन्य उभर रहे कोरोना वायरस संक्रमणों के खिलापफ नई औषधि को तैयार करने का रास्ता खुल सकता है।
उन्होंने कहा कि यह दवाएं इस तरह तैयार की जा सकती हैं जो एनएसपी16 को बदलाव करने से रोकें जिससे मेजबान कोशिका का प्रतिरोधी तंत्र बाहरी विषाणु की पहचान कर उनपर आक्रमण करें।


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