गुरुवार, 20 अगस्त 2020

भोजन करने के बाद लाभप्रद सौंफ और मिश्री का सेवन

भोजन करने के बाद लाभप्रद सौंफ और मिश्री का सेवन



इनका सेवन शरीर और मन दोनों को लाभकारी, यह इम्यूनिटी को बढ़ता है 
प0नि0डेस्क
देहरादून। सौंफ और मिश्री को साथ-साथ खाना टेस्ट बड्स को संतुष्ट करने और दिमाग को शांत करने का काम करता है। सौंफ पाचन के लिए बेहतरीन होती है। इसलिए जब भोजन के बाद सौंफ खाई जाती है तो पाचन आसान हो जाता है। गैस की समस्या नहीं होती और पेट में भारीपन नहीं होता। सौंफ संग मिश्री खाने से शरीर और मन दोनों को ही लाभ होता है। 
सौंफ पाचन के साथ दिमाग के लिए भी लाभकारी है। दिमाग पर सौंफ के पौषक तत्वों से अधिक इसकी अरोमा (प्राकृतिक खुशबू) का असर होता है। सौंपफ चबाते समय इसका स्वाद जीभ के टेस्ट बड्स को फुलनेस (पूर्ण संतुष्टि) का अहसास करता है। जबकि इसकी अरोमा दिमाग को शांत करने का काम करती है। जीभ में जो टेस्ट बड्स यानी स्वाद कलिकाएं होती हैं, सौंफ खाते समय उनके संतुष्ट होने और दिमाग के शांत होने से हमारे शरीर में हैपी हार्माेन्स का सीक्रेशन अधिक होने लगता है।
जब हैपी हार्माेन्स जैसे, डोपामाइन, एंडोर्फिन और आक्सीटोसिन अच्छी मात्रा में होते हैं तो सोच और समझ का स्तर बेहतर होता है। सीखने की क्षमता में विकास होता है। खास बात यह है कि इस दौरान हम जिन चीजों को सीखते और पढ़ते हैं। वे हमें लंबे समय तक याद रहती हैं। यानी हमारी यादाश्त बढ़ाने में सौंफ का तो सीधे तौर पर कोई रोल नहीं होता, इसके लिए हार्माेन्स जिम्मेदार होते हैं। लेकिन इन हार्माेन्स का सीक्रेशन जरूर सौंफ की सहायता से बढ़ाया जा सकता है।
सौंफ शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक होती है। क्योंकि यह विटमिन-सी प्राप्त करने का एक प्राकृतिक माध्यम है। सौंफ खाते हुए सिर्फ तन और मन को शांत नहीं किया जा सकता बल्कि रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाया जा सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि हमारे शरीर में रोग प्रतिरोधक कोशिकाओं को बढ़ाने का काम विटमिन-सी ही करता है। विटामिन-सी शरीर में वाइट ब्लड सेल्स यानी डब्ल्यूबीसी काउंट बढ़ाने में सहायता करता है।
ये डब्ल्यूबीसी ही वे कोशिकाएं हैं, जो शरीर में किसी वायरस या बैक्टीरिया के प्रवेश के बाद उसे यथा संभव मारने और शरीर में फैलने से रोक रखने का काम करती हैं। जब तक कि उस वायरस के खिलाफ शरीर में ऐंटिबाडीज बनना शुरू नहीं हो जाती। 
सौंफ का सेवन शारीरिक कमजोरी को दूर करने का काम भी करता है। क्योंकि सौंफ में बहुत सारे पौषक तत्व जैसे, मैग्नीशियम, कैल्शियम, मैग्नीज, पोटैशियम आदि पाए जाते हैं। ये सभी मिनरल्स शरीर की मांसपेशियों और हड्ढियों को मजबूत करने का काम करते हैं।
सौंफ के साथ मिश्री खाने पर सौंफ का जो हल्का कसैला-सा स्वाद होता है, मिश्री के साथ इसे खाने से उस स्वाद का अहसास नहीं हो पाता है। भोजन करने की पूर्ण संतुष्टि शरीर और मन को प्राप्त होती है। इससे मानसिक एकाग्रता बढ़ाने में मदद मिलती है। मिश्री यानी शुगर की बहुत सीमित मात्रा जब सौंफ के साथ शरीर में जाती है तो वह शारीरिक तौर पर शिथिलता का अहसास नहीं होने देती है। क्योंकि भोजन करने के बाद हम सभी को कुछ समय के लिए बहुत आलस आता है। सौंफ और मिश्री का सेवन हमें उस आलस से बचाता है।


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