गूगल को टक्कर देने के लिए पेटीएम ने लांच किया अपना मिनी ऐप स्टोर
पेटीएम द्वारा ऐंड्रायड यूजर्स और ऐप डिवेलपर्स के लिए मिनी ऐप स्टोर लान्च
एजेंसी
नई दिल्ली। गूगल प्ले स्टोर को टक्कर देने के लिए पेटीएम ने अपना मिनी ऐप स्टोर लान्च कर दिया है। कुछ दिन पहले ही गूगल ने प्ले स्टोर से पेटीएम को हटा दिया था। ऐसे में पेटीएम द्वारा खुद का मिनी ऐप स्टोर लाना गूगल का चिंता बढ़ा सकता है। पेटीएम के मिनी ऐप स्टोर के आने से यूजर्स को गूगल प्ले स्टोर के अलावा भी एक विकल्प मिल गया है।
पेटीएम के ऐंड्रायड मिनी ऐप स्टोर का फायदा ऐप डिवेलपर्स और ब्रैंड्स को भी मिलेगा क्योंकि इसकी पहुंच और डिस्ट्रीब्यूशन काफी ज्यादा है। पेटीएम ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि मिनी ऐप स्टोर ओपन सोर्स टेक्नालजी जैसे एचटीएमएल और जावास्क्रिप्ट को इंटीग्रेट करेगा और पेटीएम ऐप के 15 करोड़ ऐक्टिव यूजर्स को ऐक्सेस देगा।
पेटीएम के मिनी ऐप स्टोर पर ऐप्स की एंट्री हो गई है। इस वक्त पेटीएम मिनी ऐप स्टोर पर 1एमजी, नेटमेड्स, डीकैथलान जैसे कई और ऐप लिस्ट हो चुके हैं। पेटीएम का कहना है कि डिवेलपर्स इस प्लैटफार्म पर पेटीएम वालिट और यूपीआई के जरिए जीरो प्रतिशत पेमेंट चार्ज पर ऐप्स को डिस्ट्रीब्यूट कर सकते हैं। क्रेडिट कार्ड से ऐसा करने पर ऐप डिवेलपर्स को 2 प्रतिशत चार्ज देना होगा।
पेटीएम मिनी ऐप स्टोर में ऐनालिटिक्स के लिए डिवेलपर डैशबोर्ड के साथ अलग-अलग मार्केटिंग टूल के साथ पेमेंट कलेक्शन का भी आप्शन मौजूद है। पेटीएम के सीईओ और फाउंडर विजय शेखर शर्मा ने मिनी ऐप स्टोर के लान्च पर एक ट्वीट भी किया।
मिनी ऐप्स एक तरह के कस्टम बिल्ड मोबाइल वेब होते हैं, जो यूजर्स को बिना डाउनलोड किए ऐप जैसा एक्सपीरियंस देते हैं। 8 अक्टूबर को कंपनी एक पेटीएम मिनी ऐप डिवेलपर कान्प्रफेंस भी करने वाली है। पेटीएम का ऐप स्टोर कुछ चुनिंदा यूजर्स के लिए पिछले कुछ समय से बीटा में उपलब्ध था। ऐप यूजर्स को काफी पसंद आया और सितंबर में इसको 1.2 करोड़ विजिट मिले।