मंगलवार, 27 अक्तूबर 2020

करवा चौथः तिथि, शुभ मुहूर्त और व्रत की सामग्री

करवा चौथः तिथि, शुभ मुहूर्त और व्रत की सामग्री



पं0 चैतराम भट्ट
देहरादून। करवा चौथ का व्रत कार्तिक मास में कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन रखा जाता है। करवा चौथ के दिन सुहागिन महिलाएं के अलावा कुंवारी लड़किया भी सुयोग्य जीवनसाथी पाने के व्रत रखती हैं।
सुहागिन महिलाओं के लिए करवा चौथ का व्रत खास माना जाता है। करवा चौथ के दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति के ऊपर आएं संकटों से उसकी रक्षा और पति की लंबी आयु के लिए व्रत रखकर चौथ माता की पूजा करके चंद्रमा को अर्घ्य देती हैं। इसके बाद अपने पति का चेहरा देखकर व्रत खोलती हैं।
करवा चौथ पूजा की थाली एवं पूजन सामग्रीः करवा चौथ व्रत के पूजन में सबसे मुख्य वस्तु छलनी, मिट्टी का करवा ढक्कन समेत, करवा चौथ की थाली, कांस की तीलियां, करवा चौथ कलेंडर, अक्षत, चीनी का करवा, गौरी बनाने के लिए पीली मिट्टी, आटे का दीया, दीपक, सिन्दूर, चन्दन, कुमकुम, रुई की बत्ती, धूप अथवा अगरबत्ती, फूल, मिठाईयां, फल, नमकीन मट्ठियां, मीठी मठ्ठियां, जल का लोटा, गंगाजल, कच्चा दूध, दही एवं देसी घी, शहद और चीनी, लकड़ी का आसन, आठ पूड़ी, हलवा, दक्षिणा के पैसे, श्रृंगार का समान, वस्त्र आदि वस्तु चाहिए। 
इस वर्ष करवा चौथ तिथिः 4 नवंबर को करवा चौथ आ रहा है। करवा चौथ पूजा का मुहूर्त- शाम 05ः34 बजे से लेकर शाम 6ः52 तक। करवा चौथ व्रत का समय- सुबह 06ः35 बजे से रात्रि 8ः12 बजे तक। करवा चौथ के दिन चंद्रोदय का समय- रात्रि 8ः12 बजे। चतुर्थी तिथि प्रारंभ- 4 नवंबर सुबह 3ः24 बजे। चतुर्थी तिथि समाप्त- 5 नवंबर को सुबह 5ः14 बजे।


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