बुधवार, 30 दिसंबर 2020

सर्दियों में हो सिरदर्द हो तो ऐसे करें परम्परागत तरीके से इलाज

सर्दियों में हो सिरदर्द हो तो ऐसे करें परम्परागत तरीके से इलाज



जरूरत ऐसे उपायों को अजमाने की जिससे राहत भी मिलें और हानिकारक प्रभाव भी न पड़ें

प0नि0डेस्क

देहरादून। बदलते मौसम में सेहत के लिहाज से कई तरह की समस्याएं होती हैं। वहीं सर्दियों के मौसम में अक्सर सिरदर्द की समस्या परेशान करती है। ठंड में सर्दी-जुकाम के कारण या सिर में ठंड लग जाने के कारण सिरदर्द परेशान करता है। वहीं नींद पूरी न होने पर तनाव के कारण भी सिरदर्द की समस्या हो जाती है। 

कुछ लोग सिरदर्द से राहत पाने के लिए दर्द निवारक दवाओं का सहारा लेते हैं, लेकिन इसके सेवन से कई तरह के हानिकारक प्रभाव सेहत पर पड़ते है। ऐसे में जरूरी है ऐसे उपायों को अजमाने की जिससे सिरदर्द में राहत भी मिलें और इसका हानिकारक प्रभाव भी न पड़ें।

जलेबीः ठंड के दिनों में गरमागरम कुरकुरी रसीली जलेबी सबको भाती है। कोई इसे दूध के साथ खाता है कोई यूं ही खाना पसंद करता है। यही मीठी जलेबी कई सालों से माइग्रेन के मरीजों को खाने की सलाह दी जाती रही है। अगर ठंड के सिरदर्द से परेशान हैं तो सुबह-सुबह गर्म जलेबी खाएं, तत्काल आराम मिलेगा। सिर की नसें पफूल रही हैं तो जलेबी का रस इसमें फायदा देता है और इसकी कुरकुरी गर्माहट नसों को खोल देती है। इस उपाय को पूरी सर्दियों में प्रयोग में ला सकते हैं।

कलाकंद या रबड़ीः सर्दियों में जहां कलाकंद मिठाई सिरदर्द में चमत्कारी असर करती है वहीं गर्मी में रबड़ी यह काम असरकारी ढंग से करती है। सिरदर्द में कलाकंद को खाने का तरीका यह है कि रात में खाकर बिना पानी पिए सो जाएं। जब 4 या 5 घंटे बाद नींद खुले तब गर्म दूध लेकर ब्रश करके फिर सो जाएं। ऐसा 5 रात तक लगातार करने से सिरदर्द हमेशा के लिए गायब हो जाता है।

गुलाब जामुनः सर्दियों में एकदम गर्म गुलाब जामुन सिरदर्द के लिए फायदेमंद होते हैं। वहीं गर्मी में नर्म ताजा रसीले गुलाब जामुन लाभकारी होते हैं। इन्हें एक हफ्ते तक प्रयोग में लाकर देखें। इसके फायदे अचरज में डाल देंगे।

हलवाः सर्दियों के मौसम को अगर हलवे के मौसम कहा जाए तो अतिश्योक्ति नहीं होगी। बादाम का हलवा, खसखस का हलवा और गाजर का हलवा सिरदर्द का अचूक इलाज है। यह सेहत के लिए तो गुणकारी है ही सिरदर्द के लिए रामबाण इलाज है। इनके सेवन से सिर में तरावट आती है और मस्तिष्क की शिराएं मजबूत होती हैं।

इनके सेवन के दो तरीके हैं। एक सुबह 3 या 4 बजे कड़कड़ाती ठंड में खाएं और बिना पानी पिएं फिर से सो जाएं। दूसरा तरीका है रात में दूध के साथ सेवन करें और बिना ब्रश के सो जाएं। सुविधानुसार तरीका प्रयोग कर सकते हैं।

इमरतीः जलेबी की ही तरह इमरती भी ठंड में लाजवाब मिठाई है। यह भी गर्म खाने से सिरदर्द में तुरंत असर होता है। इसे दिन भर में कभी भी खा सकते हैं। सबसे महत्वपूर्ण कि सिर में जब दर्द हो तब तब इसका दुकान पर जाकर या गर्मागर्म घर लाकर सेवन किया जा सकता है।

इसके अलावा सिरदर्द होने पर लहसुन की एक कली छीलकर सेवन कर सकते है। कुछ ही देर में सिरदर्द से आराम मिल जायेंगा। दालचीनी को पीसकर लेप माथे पर लगाने से में आराम मिलता है। पेट में गैस होने के कारण यदि सिरदर्द या चक्कर आता हो तो गर्म पानी में नींबू निचोड़कर पीने से तुरंत आराम मिलता है। सिरदर्द होने पर तुलसी का काढ़ा बनाकर भी सेवन कर सकते है। तुलसी के काढ़े में दालचीनी और काली मिर्च पाउडर को भी मिलाएं। इसके साथ ही स्वाद बढ़ाने के लिए इसमें गुड़ या शहद को मिला सकते है। यदि सर्दी से सिरदर्द हो रहा है तो राहत मिलेगी। 

अपच और डिहाइड्रेशन के कारण सिरदर्द होता है। इसके लिए शरीर में पानी की कमी न होने दें। ठंड के मौसम में हम पानी कम पीते है जिस कारण शरीर में पानी की कमी होने लगती है। ऐसे में डिहाइड्रेशन हो सकता है।

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