भारतवासी जागो
गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाओं सहित
- चेतन सिंह खड़का
जागो रे जागो रे जागो, भारतवासी जागो
आज जरूरत देश की तुम हो
मत कर्तव्य से भागो। जागो।
जात धर्म पे लड़ने वालों
इतना भी क्यों भूल गए
इस कारण ही हम वर्षो तक
आजादी से दूर रहे
नफरत के महौल में रहकर
कोई क्या कर पाया है?
हमने तो सदियों से सबको
अपने गले लगाया है
दुश्मन को मौका मत दो
मत कर्तव्य से भागो। जागो।
हम तो है संतान उन्हीं की
प्यार से जो दुनिया को जीते
जीने का हर एक तराना
दुनिया वाले हमसे सीखे
आजादी की लड़ी लड़ाई
गुलामी के दिन बीते
अब अलग प्रांत का झगड़ा छोड़ो
मिलके रहो खुशी से
बेकार है हिंसा को त्यागो
मत कर्तव्य से भागो। जागो।
धन दौलत क्या खुद को लुटाया
हमने मेहमानों के लिए
आज किसे हम लूट रहें है
क्यों भ्रष्ट हुए अपनों के लिए?
बात बात पर हिंसा करना
इससे हम बर्बाद हुए
क्या हमने पाई आजादी
इन झूठे सपनों के लिए
कुर्बानी की कीमत जानो
मत कर्तव्य से भागो। जागो।