मंगलवार, 5 जनवरी 2021

बर्ड फ्लू की दस्तक ने बढ़ाई चिंता

 बर्ड फ्लू की दस्तक ने बढ़ाई चिंता 



प0नि0ब्यूरो

देहरादून। अभी लोग कोरोना वायरस के प्रकोप से निपटे भी नही थे कि हमारे पडोसी राज्य हिमाचल प्रदेश में बर्ड फ्लू की दस्तक दे चिंता बढ़ा दी है। गौर हो कि इस बीमारी की वजह से हिमाचल के कांगड़ा के पौंग झील में 1700 प्रवासी पक्षियों की मौत हो गई है। इन पक्षियों में बर्ड फ्लू होने की पुष्टि हुई है। हिमाचल और राजस्थान अचानक बर्ड फ्लू के मामला सामने आने के बाद प्रदेश के वन विभाग ने अलर्ट जारी किया है।

बता दें कि हिमाचल की राजधानी शिमला से करीब 300 किमी0 दूर कांगड़ा के पौंग जलाशय में प्रवासी पक्षियों की सेंक्चुरी बनाई गई है। जहां हर साल साइबेरिया और मध्य एशिया के ठंडे इलाकों से सर्दियों में लाखों की संख्या में परिंदे आते हैं और फरवरी-मार्च तक रहते हैं। खबर के मुताबिक अब तक यहां पर 1700 पक्षियों की मौत हो चुकी है। इससे पूर्व राजस्थान में भी बर्ड फ्लू से 250 कौअे मर चुके है। जिसके बाद बर्ड फ्लू को लेकर चिंता बढ़ना स्वभाविक है। 

प्रदेश के कार्बेट नेशनल पार्क में बड़ी संख्या में प्रवासी पक्षी पहुंचते हैं। कार्बेट पार्क के लैंडस्केप के रामगंगा, तुमड़िया, रामनगर की कोसी जलाशयों के आसपास साइबेरियन पक्षी मीलों की यात्रा कर पहुंचते हैं। सरकार द्वारा इस संबंध में एक एडवाइजरी जारी की गई है, जिसमें हिमाचल और कुछ अन्य राज्यों में प्रवासी पक्षियों के साथ ही अन्य पक्षियों के मरने की सूचना प्राप्त हुई है। पक्षियों की मौत के कारणों का पता लगाया जा रहा है। हालांकि प्रथम दृष्टया मामला बर्ड फ्लू बीमारी का प्रतीत हो रहा है।

यानि प्रदेश में भी बर्ड फ्लू को लेकर सावधनी बरते जाने की जरूरत है। यह जंगली पक्षियों के जरिए पालतू पक्षियों में भी फैल सकता है। कोरोना काल के शुरूवात में भी इस तरह की आहट सुनाई दी थी लेकिन तब बर्ड फ्लू के मामले ज्यादा समय तक अपना प्रभाव नहीं जमा पाये थे।


अब लिंक का इंतजार कैसा? आप सीधे parvatiyanishant.page  पर क्लिक कर खबरों एवं लेखों का आनंद ले सकते है।



माईगव हेल्पडेस्क पर डिजिलाकर सेवाओं का उपयोग

  माईगव हेल्पडेस्क पर डिजिलाकर सेवाओं का उपयोग व्हाट्सएप उपयोगकर्ता $91 9013151515 पर केवल नमस्ते या हाय या डिजिलाकर भेजकर कर सकते है चैटबाट...