चमोली में ग्लेशियर फटने से भारी तबाही
हरिद्वार में खाली कराया गया गंगा किनारे का इलाका
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ट्वीट कर लोगों से अफवाहों से बचने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि चमोली जिले से एक आपदा का समाचार मिला है। जिला प्रशासन, पुलिस विभाग और आपदा प्रबंधन को इस आपदा से निपटने की आदेश दे दिए हैं। किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान ना दें। सरकार सभी जरूरी कदम उठा रही है। दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा कि मैं स्वयं घटनास्थल के लिए रवाना हो रहा हूं। मेरी सभी से विनती है कि कृपया कोई भी पुराने वीडियो शेयर कर अफवाह ना फैलाएं। स्थिति से निपटने के सभी जरूरी कदम उठा लिए गए हैं।
एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच गई और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है। इसके साथ ही आईटीबीपी के जवान भी राहत के लिए घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं। अलकनंदा के पास के इलाकों से लोगों को निकाला जा रहा है। एहतियात के तौर पर भागीरथी नदी के प्रवाह को रोक दिया गया है। अलकनंदा के पानी के प्रवाह को रोकने के लिए श्रीनगर बांध और ऋषिकेश बांध को खाली कर दिया गया है। एसडीआरएफ अलर्ट पर है।
ग्लेशियर फटने की वजह से कई घरों के बहने और लोगों की मौत की आशंका जताई जा रही है। उत्तराखंड सरकार ने हादसे को लेकर हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। यदि प्रभावित क्षेत्र में फंसे लोगों को हैं किसी तरह की मदद की जरूरत है तो आपदा परिचालन केंद्र के नंबर 1070 या 9557444486 पर संपर्क कर सकते है।
चमोली में ग्लेशियर फटने के बाद एहतियात के तौर पर हरिद्वार समेत कई जिलों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। हरिद्वार के डीएम ने खतरे को देखते हुए गंगा के किनारे के इलाकों को खाली करने का निर्देश दिया है।
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