विभिन्न मांगों को लेकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन
सकलाना क्षेत्र के जनप्रतिधियों ने जिलाधिकारी के माध्यम से प्रेषित किया
संवाददाता
टिहरी गढ़वाल। धनोल्टी विधनसभा क्षेत्र के विकासखंड़ जौनपुर के सकलाना क्षेत्र की जनता की मांगों को लेकर जनप्रतिनिधियों ने जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया। साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि यदि उनकी न्यायोचित मांगों का निस्तारण जल्द ही नहीं किया गया तो सकलाना क्षेत्र की जनता आंदोलन को विवश होगी।
ज्ञापन में कहा गया कि क्षेत्र में पूर्ववर्ती सरकार द्वारा स्वीकृत डिग्री कालेज को वर्तमान सरकार ने निरस्त कर दिया है। जबकि क्षेत्र के छात्र इंटर की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद उच्च शिक्षा के लिए देहरादून या चम्बा जाने को मजबूर है। इस वजह से आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के बच्चें उच्च शिक्षा ग्रहण करने से वंचित हो रहें है। खासकर बालिकाओं की शिक्षा प्रभावित हो रही है। इसको देखते हुए क्षेत्र में महाविद्यालय का खोला जाना जरूरी है।
प्रतिनिधियों ने कहा कि सकलाना क्षेत्र के लिए पेयजल व्यवस्था के लिए प्रस्तावित आनंद चौक पंपिंग योजना को वित्तीय स्वीकृति नहीं मिल पायी है। जबकि क्षेत्र के लोगों को पेयजल के लिए मीलों पैदल चलना पड़ता है। वहीं प्रदेश सरकार द्वारा देहरादून वासियों की पेयजल व्यवस्था हेतु ग्राम सौंदणा, तौलिया काटल में सौंग नदी में प्रस्तावित डैम के प्रभावितों की मांगों का निस्तारण नहीं हो पा रहा है। जिसकी वजह से ग्रामीण सशंकित है। ऐसे में उक्त समस्या का निस्तारण किया जाना आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि उनियाल गांव-सत्यों मोटरमार्ग जोकि पिछले 10 वर्षो से ज्यादा समय से स्वीकृत है लेकिन वित्तीय का मामला शासन में लंबित होनी की वजह से अटका पड़ा है। ऐसे ही करीब 10-15 वर्षो पूर्व प्रधनमंत्री सड़क योजना के तहत निर्मित मरोडा-बनाली मोटरमार्ग की हालत खराब हो गयी है। उसपर वर्तमान में पैदल चलना भी दूभर है। इसी तरह सकलाना को दून से जोड़ने वाले रायपुर-कुमाल्टा-कद्दूखाल मोटरमार्ग के चौड़ीकरण एवं उसके सुधार के लिए भी अवगत कराया जाता रहा है लेकिन शासन-प्रशासन को बार-बार अवगत कराने के बाद भी कारवाई नहीं हो रही है।
उन्होंने कहा कि सकलाना क्षेत्र के किसानों द्वारा अपनी नकदी फसलों को बिक्री के लिए देहरादून मंडी में लाया जाता है परन्तु क्षेत्र के मंडी समिति में न होने से किसानों को उचित लाभ नहीं मिल पाता है। इसलिए सकलाना क्षेत्र में मंडी खोले जाने अथवा क्षेत्र को दून की मंडी समिति में शामिल किए जाने की मांग की जाती रही है। बावजूद इसके आश्वासन के सिवाय कुछ हासिल नहीें हुआ है। प्रतिनिधिमंडल ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि उनकी न्यायोचित मांगों पर जल्द ही उचित कारवाई नहीं की गई तो क्षेत्र की जनता आंदोलन की राह पर चलने को मजबूर होगी।
अखिलेश उनियाल पूर्व सदस्य जिला पंचायत एवं जिला नियोजन समिति के नेतृत्व में ज्ञापन देने वाले प्रतिनिधिमण्डल में कुंड के प्रधान वीरेंद्र सिंह कोठारी, प्रधान धौलागिरी अरविन्द सिंह रावत, प्रधान सतेंगल दिनेश सिंह राणा, पूर्व उप प्रधान विजेन्द्र सिंह बिष्ट, पूर्व सदस्य क्षेत्र पंचायत सोबन सिंह मनवाल, सुमन भट्ट, बचन सिंह, पदम सिंह पंवार, लक्ष्मी प्रसाद उनियाल, यशपाल कंडारी, सुरेश बिष्ट आदि शामिल रहे।
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