रविवार, 14 फ़रवरी 2021

आपदा में देवभूमि के साथ देश

 न्यूज 18 उत्तरप्रदेश/उत्तराखंड की मुहिम

आपदा में देवभूमि के साथ देश 



संवाददाता

देहरादून। न्यूज 18 उत्तर प्रदेश उत्तराखंड ने चमोली त्रासदी के बाद प्रदेश के लिए मदद जुटाने के उद्देश्य से ‘देवभूमि के साथ देश’ कार्यक्रम आयोजित किया। जिसमें समाज के तमाम दिग्गज शामिल हुए। उत्तराखंड के मुख्यमंत्राी त्रिवेन्द्र सिंह रावत समेत पूर्व सीएम हरीश रावत, पूर्व सीएम और केंद्र में शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने प्राकर्तिक आपदा से निपटने के अपने अनुभव साझा किये।

सीएम त्रिवेन्द्र रावत ने कहा कि आपदा के मामले सबसे जरूरी होता है समय रहते एक्शन में जुटना और चमोली में कई जिन्दगी बच पाईं क्योंकि रेस्क्यू ओपरेशन त्वरित ढंग से हो पाए। केन्द्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने 2010 में आई आपदा के दौरान अपने अनुभवों को बताया। उन्होंने कहा तब पूरे प्रदेश में आपदा आई थी। ऐसे में उन्होंने हर प्रभावित इलाके में खुद पहंुचने की कोशिश की। पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि केदारनाथ आपदा के बाद उनके सामने दोबारा से व्यवस्था बनाने की चुनौती थी।

पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि सीएम त्रिवेन्द्र रावत ने चमोली हादसे में एक्टिव रोल निभाया। हादसे को हुए एक हफ्रता हो चला है और अभी भी बचाव काम चल रहे हैं। कार्यक्रम में न्यूज 18 ने उन लोगों को भी सलाम किया जिन्होंने मुश्किल हालात में अपनी जान पर खेलकर लोगों की जान बचाई। ये संदेश दिया गया कि आपदा की इस घड़ी में पूरा देश उनके साथ खड़ा है साथ ही सामने आई उन वीरों की कहानी जिन्होंने देवदूत बनकर त्रासदी में फंसे लोगों की मदद की। अपनी जान की परवाह किए बिना लोगों की जिंदगी बचाई।

कार्यक्रम में उत्तराखंड सरकार के प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक के अलावा यूपी के उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या, दतिया से मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, जयपुर से राजस्थान के संस्कृति मंत्री बीडी कल्ला और पटना से बिहार के पर्यावरण मंत्री नीरज कुमार बबलू ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। 

इसके साथ ही कार्यक्रम में कला और संस्कृति जगत के कई बड़े नाम भी जुड़े। उत्तराखंड के मशहूर गायक नरेंद्र नेगी के अलावा उत्तराखंड की मिट्टी से जुड़े रहने वाले अभिनेता हेमंत पांडेय, अभिनेत्री हिमानी शिवपुरी और सुनीता रजवार ने मुंबई से जुड़ीं। कार्यक्रम में पर्वतारोही लवराज सिंह, पर्यावरणविद डाक्टर प्रमोद कांत, मौसम विज्ञानी के सिद्वार्थ और डिजास्टर मैनेजमेंट एक्सपर्ट अंजलि क्वात्रा भी जुड़ीं। साथ ही उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने भी अपने अनुभव और त्रासदी के सबक साझा किये। 

कार्यक्रम में उन देवदूतों के हौसले को सलाम किया गया जिन्होंने इन विपरीत परिस्थितियों में लोगों को मौत के मुंह से निकाला। इसके साथ उन लोगों से भी रूबरू होने का अवसर मिला जो मौत को मात देकर लौटे।


अब लिंक का इंतजार कैसा? आप सीधे parvatiyanishant.page पर क्लिक कर खबरों एवं लेखों का आनंद ले सकते है।


माईगव हेल्पडेस्क पर डिजिलाकर सेवाओं का उपयोग

  माईगव हेल्पडेस्क पर डिजिलाकर सेवाओं का उपयोग व्हाट्सएप उपयोगकर्ता $91 9013151515 पर केवल नमस्ते या हाय या डिजिलाकर भेजकर कर सकते है चैटबाट...