ब्ल्यू डार्ट में शत प्रतिशत महिला-संचालित प्रथम सर्विस सेंटर खुला
संवाददाता
देहरादून। दक्षिण एशिया की प्रमुख एक्सप्रेस एयर तथा एकीकृत परिवहन एवं वितरण कंपनी ब्ल्यू डार्ट अपने उद्योग के सभी कार्यक्षेत्रों में बाजार का नेतृत्व करती चली आ रही है। इस एक्सप्रेस लाजिस्टिक प्रदाता की मार्केट लीडरशिप आगामी महिला दिवस के अवसर पर पहला ब्ल्यू डार्ट आल महिला सेवा केंद्र शुरू करके अपने विविधतापूर्ण और समावेशी दायरे का विस्तार करने के लिए कमर कस चुकी है।
ब्ल्यू डार्ट वर्ष 1983 में हुई अपनी स्थापना के बाद से ही उद्योग की इस छवि को बदलने के लिए गंभीर प्रयास करती चली आ रही है। यह कंपनी अपने ब्ल्यू डार्टर को उद्योग का नेतृत्व करने और अपनी पहचान बनाने के पर्याप्त अवसर प्रदान करती है। संगठन के अंदर सक्षम महिलाओं को वरिष्ठ नेतृत्व वाली भूमिकाएं निभाने का प्रोत्साहन देकर ब्ल्यू डार्ट ने लाजिस्टिक्स उद्योग में लैंगिक रूप से एक समावेशी कंपनी होने का प्रमाण प्रस्तुत किया है।
खारघर नवी मुंबई में स्थित इस सभी महिला सेवा केंद्र को 16 उत्साही महिलाओं की एक टीम संचालित कर रही है, जो प्रबंधकों, ग्राहक सेवा प्रतिनिधियों, सुरक्षा कर्मियों के साथ-साथ बिक्री और काउंटर स्टापफ की भूमिकाएं निभाती हैं। इस ‘एम्प्लायर आफ चाइस’ ने अपने परिवार में ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को शामिल करने की योजना बनाई है, जिसके अंतर्गत अंधेरी में एक और सर्विस सेंटर खोला जाएगा, जो हूबहू इसके खारघर वाले ‘सभी महिला सेवा केंद्र’ जैसा होगा।
सभी महिला सेवा केंद्र का उद्घाटन करते हुए ब्ल्यू डार्ट के मैनेजिंग डायरेक्टर बैल्पफोर मैन्युएल ने कहा कि हमारे कारोबार की मशाल के तौर पर सबसे आगे चलने वाली हमारी ‘पीपुल फर्स्ट फिलासफी’ की बदौलत संगठन के भीतर हमारे सभी लोगों को प्राथमिकता दी जाती है, इसमें- लिंग, उम्र, नस्ल, जाति का कोई भेदभाव नहीं किया जाता।
ब्ल्यू डार्ट ने मजबूत इरादों वाली महिलाओं की परवरिश की है, जिन्होंने हाथ में आए अवसरों को लपककर अपनी भूमिकाओं और जिम्मेदारियों को पूर्ण रूप से निभाया है। महिला कुरियर से लेकर हमारी सीनियर लीडरशिप टीम-ब्ल्यू डार्ट एविएशन की मैनेजिंग डायरेक्टर तुलसी मीरचंदानी और नेशनल कस्टमर सर्विस हेड सोनिया नायर तक महिलाओं ने ब्लू डार्ट द्वारा साल दर साल नए कीर्तिमान निर्धारित और हासिल करने में अहम और अभिन्न भूमिका निभाई है।
उन्होंने आगे कहा कि विविधता महत्वपूर्ण है। खासकर हमारे व्यापक ग्राहक-आधार को देखते हुए यह और भी अहम हो जाती है। हमें एक ऐसा विविधतापूर्ण कार्यबल चाहिए, जो ग्राहक की प्रत्येक डेमोग्राफी को गहराई से समझता और प्रतिबिम्बित करता हो। ग्राहकों की मांगों और अपेक्षाओं पर खरा उतरने में यह हमारे लिए सपफलता की कुंजी है। ब्ल्यू डार्ट की उपलब्धियों वाली किताब में समावेशिता की एक और पहल दर्ज होते देख कर मुझे गर्व हो रहा है।
कनेक्टिंग पीपल, इंप्रूविंग लाइव्स वाले आदर्श वाक्य के तहत ब्ल्यू डार्ट तीन प्रमुख स्तंभों पर अपना ध्यान केंद्रित करती है- गोग्रीन (पर्यावरण की रक्षा), गोटेक (शिक्षा की पैरोकारी) और गोहेल्प (आपदा प्रबंधन की प्रतिक्रिया)। विविधता बढ़ाने पर पूरा ध्यान केंद्रित करने के साथ-साथ कार्बन फुटप्रिंट पर अंकुश लगाने के प्रयास भी किए जा रहे हैं। इसीलिए ब्ल्यू डार्ट ने महिला कुरियर को इलेक्ट्रिक वाहन उपलब्ध कराए हैं, ताकि उनकी सेवाओं के जरिए कार्बन दक्षता में वृद्वि सुनिश्चित की जा सके।
ब्ल्यू डार्ट ने लैंगिक विविधता की अनेक पहलों का सूत्रपात किया है, जैसे कि थैंक यू, यू इंस्पायर अस श्रृंखला के माध्यम से अपनी महिला कुरियर को रोशनी में लाना। इस लाजिस्टिक प्रदाता ने अपनी वेबसाइट के करियर पेज पर ‘व्हाई डू वी लव टू वर्क फार ब्ल्यू डार्ट’ नामक एक पोर्टल भी शुरू किया है। इस पोर्टल का उद्देश्य यह है कि एक महिला के रूप में ब्ल्यू डार्ट के साथ काम करना कैसा होता है, इसकी समझ भावी महिला ब्ल्यू डार्टर को प्रदान की जाए।
पोर्टल में ब्ल्यू डार्ट के साथ काम करने वाली उन महिलाओं की गवाही शामिल है, जो संगठन के भीतर अलग-अलग भूमिकाओं में कामयाबी हासिल कर चुकी हैं। कंपनी ने फीमेल इम्प्लाई रेफरल प्रोग्राम के जरिए अधिक से अधिक महिलाओं को शामिल करने के लिए सभी ब्ल्यू डार्टर को तैनात कर दिया है। इसके अलावा विमानन क्षेत्र से जुड़ी महिलाओं के तौर पर ब्ल्यू डार्ट हर साल भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के साथ नजदीकी से काम करती है, ताकि स्कूली छात्राओं को विमानन उद्योग के विभिन्न पहलुओं से परिचित कराया जा सके।
ब्लू डार्ट एक ‘एम्प्लायर आपफ चाइस’ है तथा इसे अपने ‘ग्रेट प्लेस टू वर्क’ होने पर गर्व है। यह ब्रांड अपनी सभी टीमों को एक समान अवसर प्रदान करता है, जिसमें लिंग, जाति, धर्म, उम्र आदि के आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया जाता। कंपनी लैंगिक विविधता को अपनी रोजगार नीति का एक मार्गदर्शक सिद्वांत मानती है। इसका मतलब है- यथासंभव उच्चतम उत्पादकता, रचनात्मकता और कार्यदक्षता प्राप्त करने के लिए कंपनी में व्यक्तियों की विविधता और विजातीयता को बढ़ावा देना।
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