आउट सोर्स कर्मियों की जान की कीमत सिर्फ चार लाख रुपए: मोर्चा
# यूपीसीएल में कार्योंजित उपनल,पीआरडी, एसएचजी कर्मियों की विद्युत दुर्घटना में मौत के मुआवजा का मामला
# पहले थी जान की कीमत सिर्फ दो लाख, बढ़ाकर की गई चार लाख
# मुआवजे के अतिरिक्त जीवन सुरक्षा कवर की भी व्यवस्था करे सरकार
# मोर्चा अनुग्रह राशि बढ़ाने को शासन में देगा दस्तक
संंवाददाता
विकासनगर। जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि यूपीसीएल में उपनल, पीआरडी एवं स्वयं सहायता समूह के माध्यम से कार्योजित कर्मचारियों की विद्युत दुर्घटना में मौत होने पर विभाग द्वारा मात्र चार लाख रुपए की राशि बतौर मुआवजा अनुमन्य की गई है, जोकि बहुत कम है। पूर्व में विभाग द्वारा मात्र दो लाख का प्रावधान था।
नेगी ने कहा कि यूपीसीएल में आउट सोर्स के माध्यम से कार्योजित कर्मचारी अपनी जान जोखिम में डालकर कार्य करते हैं तथा दुर्घटना/मौत हो जाने पर इनके परिवार को ताउम्र कष्टकारी जीवन व्यतीत करना पड़ता है। इन कर्मियों को मिलने वाले मुआवजा के अतिरिक्त जीवन सुरक्षा कवर की भी व्यवस्था करनी चाहिए।
नेगी ने कहा कि इससे कष्टकारी और क्या हो सकता है कि विभाग समान कार्य समान वेतन देना तो दूर, ऐसे संवेदनशील मामलों में भी कर्मचारियों के शोषण से बाज नहीं आया।
मोर्चा कर्मियों की दुर्घटना/मौत मामले में अनुग्रह राशि बढ़ाने एवं जीवन सुरक्षा कवर की व्यवस्था करने को लेकर शासन में दस्तक देगा।