गुरुवार, 20 मई 2021

उधमसिंह नगर में महज 21 फीसदी गंभीर अपराध के मुकदमों में सजा

 उधमसिंह नगर में महज 21 फीसदी गंभीर अपराध के मुकदमों में सजा



वर्ष 2020 मेें आई0पी0सी0 के 18 मुकदमों में सजा, 66 में रिहाई

सूचना अधिकार के अन्तर्गत संयुक्त निदेशक अभियोजन कार्यालय द्वारा नदीम उद्दीन को उपलब्ध सूचना से हुआ खुलासा

संवाददाता

काशीपुर। 2020 में कोरोना काल में भले ही अदालतें सुचारू रूप से नहीं चल पायी हो लेकिन इस अवधि में भी उधमसिंह नगर के न्यायालयों ने कुल 5,176 मुकदमोें का फैसला किया हैै तथा भारतीय दंड संहिता के गंभीर अपराधों (सत्र न्यायालय) वाले मुकदमोें में 21 फीसदी 18 मुकदमों में सजायेें हुई जबकि 66 मुकदमोें में रिहाई हुई हैै।

काशीपुर निवासी सूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीम उद्दीन (एडवोकेट) ने अभियोजन निदेशालय से वर्ष 2020 में मुकदमों में सजा व रिहाई सम्बन्धी विवरणों की सूचना मांगी थी। जिसके उत्तर में संयुक्त निदेशक अभियोजन कार्यालय के लोक सूचना अधिकारी ने अपने पत्रांक 269 दिनांक 22 अप्रैल से सम्बन्धित विवरण की फोटोे प्रतियां उपलब्ध करायी गयी है।

नदीम कोे उपलब्ध सूचना के अनुसार वर्ष 2020 में भारतीय दंड संहिता के सत्र न्यायालय में विचारण योग्य गंभीर मुकदमोें (हत्या, लूट, डकैती, बलात्कार आदि) के 87 मुकदमें निर्णीत हुये जिसमें 18 मुकदमों में सजा हुई है जबकि 66 मुकदमों में रिहाई हुई  हैै अर्थात अभियोजन व पुलिस अपराध के साबित करनेे में सपफल नहीं हुये हैैं। इस अवधि में 3 ऐसे मुकदमें क्वैश/दाखिल दफ्रतर भी हुये हैै। सजा का प्रतिशत 21 फीसद है।

अन्य अधिनियमोें के अन्तर्गत सत्र न्यायालय द्वारा विचारणीय गंभीर मुकदमोें में सजा का प्रतिशत 70 है। 2020 में ऐसे 145 मुकदमें निर्णीत हुये है जिसमें 98 मुकदमोें में सजा हुई हैै तथा 43 मुकदमोें में अपराध साबित नहीं हुये है व रिहाई हुई है। ऐसे 4 मामले दाखिल दफ्रतर/क्वैैश हुये हैै।

उपलब्ध सूचना के अनुसार वर्ष 2020 में अधीनस्थ न्यायालयोें (मजिस्ट्रेटोें आदि के न्यायालयोें) में भारतीय दंड संहिता केे अपराधों केे 194 मामलों में सजा हुई है जबकि 99 मामलोें में रिहाई हुई है। इस अवधि में 148 मुकदमों में राजीनामा हुआ है तथा 4 मुकदमें शासन द्वारा वापस भी हुये है।

अन्य अधिनियम के अन्तर्गत अधीनस्थ न्यायालयोें द्वारा विचारणीय मुकदमोें में 4,214 मामलों में सजा हुई है जबकि 73 मामलोें में रिहाई हुई हैैं। सजा वाले मामलों में मोटर वाहन अधिनियम सहित अन्य अधिनियम के चालान व जुर्माने के मामले भी शामिल होते हैं।

उपलब्ध विवरण केे अनुसार 2020 के र्प्रारंभ में जिला उधमसिंह नगर के सत्र न्यायालयों में 1,120 मुकदमें लम्बित थे जोे वर्ष के अन्त में कम होकर 1,100 रह गये जबकि इस अवधि में 67 नये मामले दायर हुये हैं।

अन्य अधिनियमों के वर्ष के प्रारंभ में 1,110 मामले लम्बित थे जो वर्ष के अन्त में बढ़कर 1,210 हो गये जबकि वर्ष में ऐसे 245 नये मुकदमें दायर हुये है।

2020 केे प्रारंभ में जिले के अधीनस्थ न्यायालयों में भारतीय दंड संहिता के अपराधों के कुल 7,789 मुकदमें लम्बित थे जो वर्ष के अंत में बढ़कर 8,309 होे गये जबकि इस अवधि में 1,112 नये मुकदमें दायर हुये हैं।

अन्य अधिनियमोें के अधीनस्थ न्यायालयों में लम्बित मामलों की संख्या 2020 के र्प्रारंभ में 4,455 थी जो 2020 के अन्त में बढ़कर 4,790 होे गयी हैै। इस अवधि में ऐेसे 4,687 नये मुकदमें दायर हुये है।


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