बुधवार, 21 जुलाई 2021

हिंदीभाषा डाट काम द्वारा लेखन के क्षेत्र में 34वीं प्रतिस्पर्धा का आयोजन

 पिता के लिए उकेरी श्रेष्ठ भावना तो ममता तिवारी और सविता धर को मिला ईनाम 



हिंदीभाषा डाट काम द्वारा लेखन के क्षेत्र में 34वीं प्रतिस्पर्धा का आयोजन

संवाददाता

इंदौर (मप्र)। मातृभाषा हिंदी के सम्मान की दिशा में हिंदीभाषा डाट काम परिवार की तरफ से निरन्तर स्पर्धा का क्रम जारी है। इसी कड़ी में ‘पिता का पसीना, प्रेम और हम’ विषय पर आयोजित स्पर्धा में ममता तिवारी और सविता धर प्रथम विजेता बनीं। इसी प्रकार क्रमशः एस0के0 कपूर एवं सुरेन्द्र सिंह राजपूत ‘हमसफर’ ने द्वितीय स्थान पाया। 

यह जानकारी मंच परिवार की सह सम्पादक श्रीमती अर्चना जैन और संस्थापक सम्पादक अजय जैन ‘विकल्प’ ने दी। उन्होंने बताया कि इस 34वीं स्पर्धा में भी सबने खूब उत्साह दिखाया। अनेक प्रविष्टियों में से श्रेष्ठता अनुरुप चयन और प्रदर्शन के बाद निर्णायक मंडल ने गद्य विधा में ‘पिता के परिश्रम-प्रेरणा की महती भूमिका’ के लिए सविता धर (पश्चिम बंगाल) को प्रथम चुना है। इसी प्रकार ‘पिता के ऋण से कभी उऋण नहीं हो सकते’ के लिए सुरेंद्र सिंह राजपूत ‘हमसफर’ (मप्र) को दूसरा स्थान दिया गया है।

आपने बताया कि पद्य वर्ग में ‘पिता सम्मान अपना’ हेतु ममता तिवारी (छग) को पहला विजेता चयनित किया गया है। इसी वर्ग में एस0के0 कपूर (उप्र) को ‘पिता का हाथ, उजाले का साथ है’ हेतु दूसरा एवं ‘पिता का प्रेम जैसा हमने पाया’ रचना के लिए शंकरलाल जांगिड़ (राजस्थान) को तृतीय विजेता घोषित किया गया है।

सह-सम्पादक श्रीमती जैन ने बताया कि 1.10 करोड़ दर्शकों-पाठकों का अपार स्नेह पा चुके इस मंच की संयोजक सम्पादक प्रो0 डा0 सोनाली सिंह एवं मार्गदर्शक डा0 एम0एल0 गुप्ता ‘आदित्य’ ने सभी विजेताओं और सहभागियों को शुभकामनाएं देते हुए सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।


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