बुधवार, 21 जुलाई 2021

सेना के आरआर अस्पताल ने नैत्र कैंसर के इलाज के नए तरीके को पेश किया

 सेना के आरआर अस्पताल ने नैत्र कैंसर के इलाज के नए तरीके को पेश किया



एजेंसी

नई दिल्ली। आर्मी हास्पिटल रिसर्च एंड रेफरल ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। सशस्त्र बलों के अस्पतालों के इतिहास में पहली बार नेत्र रोग विशेषज्ञों और ओकुलर आन्कोलाजिस्ट की एक टीम ने कर्नल एस0के0 मिश्रा, लेफ्रिटनेंट कर्नल सोनाली विनय कुमार, लेफ्रिटनेंट कर्नल अशोक कुमार और डा0 मनोज सेमवाल के नेतृत्व में चार साल के बच्चे की आंख पर प्लेक ब्राकीथेरेपी की सफल प्रक्रिया पूरी की। 

बच्चा पहले ही कैंसर के कारण अपनी बाईं आंख की रोशनी खो चुका था और वह पूरी तरह से अपनी दृष्टि खोने के कगार पर पहुंच गया था। सर्जरी स्थानीयकृत रेडिएशन इलाज प्रक्रिया का इस्तेमाल करके की गई। जिसके तहत भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र बीएआरसी से प्राप्त एक स्वदेशी रूथेनियम 106 प्लेक को आंख में डाला गया और जिसे आसपास के ऊतकों को नुकसान पहुंचाए बिना न्यूनतम इनवेसिव सर्जरी करने के लिए इस्तेमाल किया गया।

नेत्र ट्यूमर के उपचार का मुख्य उद्देश्य सबसे पहले रोगी के जीवन को बचाना फिर आंख को बचाना और बच्चे की अधिकतम दृष्टि को संरक्षित करना था। आर्मी हास्पिटल रिसर्च एंड रेफरल इस प्रक्रिया को सफलतापूर्वक करने वाला पहला सशस्त्र बल अस्पताल बन गया है।


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