आर्थिक कमजोर वर्ग से महज एक व्यक्ति के नसीब में नौकरीः मोर्चा
- महिलाओं व निशक्तजनों को मिलने वाले आरक्षण की उड़ाई धज्जियां
- उपनल ने आरक्षित वर्ग के युवाओं के साथ किया बहुत बड़ा छल
- 986 प्रायोजितों के सापेक्ष मात्र एक ईडब्ल्यूएस को ही नौकरी
- गैर जिम्मेदार उपनल के खिलाफ कार्रवाई करे सरकार
संवाददाता
विकासनगर। जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि जब से सरकार ने आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) के लोगों को 10 फीसदी आरक्षण की व्यवस्था लागू की एवं उपनल में सभी वर्गों हेतु पंजीकरण की व्यवस्था की, तब से लेकर उपनल द्वारा 1986 अभ्यर्थियों को प्रायोजित/नियोजित करने का काम किया गया, जिसमें से मात्र एक अभ्यर्थी को ही ईडब्ल्यूएस के तहत प्रायोजित किया गया। उल्लेखनीय है कि सरकार द्वारा उपनल व अन्य संस्थाओं में आरक्षण की व्यवस्था लागू की हुई है, जिसके तहत एससी, एसटी, ओबीसी, ईडब्ल्यूएस तथा इसके अंतर्गत होरिजेंटल आरक्षण की भी व्यवस्था प्रचलित है, लेकिन उपनल द्वारा ईडब्ल्यूएस के तहत आने वाले युवाओं का नुकसान तो किया ही, साथ-साथ क्षैतिज आरक्षण की परिधि में आने वाली महिलाओं, निशक्तजनों आदि को बहुत बड़ा नुकसान पहुंचाया है तथा इसके साथ साथ ओबीसी, एसटी के युवाओं को भी छलने का काम किया गया।
नेगी ने कहा कि उपनल जैसी गैर जिम्मेदार संस्था को ये जिम्मेदारी देकर सरकार ने युवाओं के साथ छल करने का ठेका उपनल को दे रखा है, क्योंकि उपनल सिर्फ और सिर्फ संबंधित विभागों और सांठगांठ वाले लोगों के साथ मिलकर प्रायोजन का काम करता है। जन संघर्ष मोर्चा सरकार से मांग करता है कि उपनल के इस कृत्य के खिलाफ कठोर कार्रवाई करे।
पत्रकार वार्ता में विजय राम शर्मा व दिलबाग सिंह मौजूद रहे।
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