वृक्षमित्र ने जलस्रोत से सड़क पर बहते पानी पर टंकी बनवाने का दिया सुझाव
संवाददाता
टिहरी गढवाल। ग्राम पंचायत मरोडा (सकलाना) के मनवालसेरा में मूल जलस्रोत हैं। जहां पर हमेशा पानी रहता है, जो सड़क पर गिरता रहता हैं। इस पानी को संरक्षित करके लोगों के लिए उपयोग में लाया जा सकता हैं। पानी की एहमियत को समझते हुए वृक्षमित्र डा0 त्रिलोक चंद्र सोनी ने अपर जिलाधिकारी रामजी शरण शर्मा से मुलाकात की और उन्हें भेंट में बद्रीनाथ की तुलसी का पौधा दिया तथा एक सुझाव पत्र जिलाधिकारी को भी दिया।
बताते चलें कि राइका मरोडा में कार्यरत वृक्षमित्र के नाम से मशहूर डा0 त्रिलोक चंद्र सोनी जब भी किसी से मिलते हैं' वें जनहित के मुद्दे होते हैं। ऐसे मुद्दे लेकर वे अपर जिलाधिकारी रामजी शरण शर्मा से मिले जहां उन्होंने मरोडा, सकलाना के मनवालसेरा में जलस्रोत से सड़क पर बहते पानी पर टैंकी बनवाने का सुझाव दिया। डा0 सोनी के जनहित के सुझाव पर अपर जिलाधिकारी ने डीडीओ व पीडीडीआरडीए को किसी योजना के अंतर्गत जलसंरक्षण के लिए पानी की टैंकी बनवाने के निर्देश दिया है।
वृक्षमित्र डा0 त्रिलोक चंद्र सोनी कहते हैं कि गर्मी आते ही ग्रामीण क्षेत्रों में भी पानी की कमी होने लगती है। वही कई ऐसे स्थान हैं जिनका इस्तेमाल करते हुए हम पानी की पूर्ति कर सकते हैं। मरोडा के मनवालसेरा में पानी का मूल जलस्रोत हैं। जहां पर हमेशा पानी रहता है और वह पानी सड़क पर गिरता रहता है जिसका कोई उपयोग नही हो रहा हैं। अगर यहां पर पानी की टैंकी बन जाती हैं तो इसका लाभ राइका मरोडा के छात्र छात्राओं को होगा। इस विद्यालय में कुंड, मठियाणगांव, हटवालगांव, व लामकाण्डे के बच्चे पढ़ते हैं इन स्कूली बच्चों के साथ गांव के लोगो व राह चलते राहगीरों को भी पानी का लाभ मिलेगा। यह पानी का जलस्रोत बादर सिंह के खेत में है उन्हें इस मूल जलस्रोत की पूरी जानकारी है अगर पानी की टैंकी स्वीकृति हो जाती हैं और उसका कार्य बादर सिंह द्वारा किया जाता है तो पानी के मूल जलस्रोत के साथ ज्यादा छेड़छाड़ नही होगी।