आनंद मूर्ति जी का 101वा जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया
संवाददाता
हरिद्वार। आनंद मार्ग प्रचारक संघ के प्रवर्तक महान युगदष्टा, तारक ब्रह्म, भगवान श्री श्री आनंद मूर्ति जी का आविर्भाव आनंद पूर्णिमा(वैशाखी पूर्णिमा)को दिन हुआ था। इसी दिन भगवान बुद्ध का भी जन्म हुआ था जिसे हम सभी बुध पूर्णिमा के रूप में जानते है। यह आनंद पूर्णिमा आज पूरे विश्व के आनंदमार्गी अपने अपने इकाइयों में बड़े ही धूम धाम एवं हर्सोल्लास के साथ आनंद मूर्ति जी का 101वा जन्मोत्सव के रूप में मना रहे है।
इस अवसर पर हरिद्वार सतही आनंद मार्ग स्कूल रावली महदूद बहादराबाद प्रातः पांचजन्य शंख ध्वनि से शुभारम् हुआ। आनंद मार्ग के वरिष्ठ सन्यासी आचार्य संजीवानंद अवधुत ने मार्ग गुरु की परिचर्चा में कहा कि हम सबको उनके दिए आदर्शो पर चल कर अपने लक्ष्य पर पहुँचना है। कोशिकीय एवं तांडव नृत्य के माध्यम से अपने शरीर व मन को स्वस्थ रखने में सहायक है।
आमजनों के बीच प्रसाद के रूप में हलुआ व चना वितरण किया गया। आनंद पूर्णिमा के अवसर पर कौशकि नृत्य एवं तांडव नृत्य का प्रदर्शन हुआ। प्रथम, द्वितीय एवं तीसरे स्थान प्राप्त बालकों को प्रोत्साहन के तौर पर पारितोसिक वितरण किये। अन्त में भुक्ति प्रधान जयप्रकाश, स्कूल अध्यक्ष प्रभुपाल, वरिष्ठ साधिका कांता दीदी, रूपा दीदी के साथ अन्य साधिकाओं का विशेष सहयोग सराहनीय रहा।