निरंकारियों ने गुरू के वचन की खातिर किया रक्तदान
रक्त की कमी दूर करने व डेंगू को मात देने के लिए किया रक्तदान
संवाददाता
प्रेमनगर। रक्त की कमी को दूर एवं डेंगू को मात देने के लिए निरंकारी मिशन ने गुरु का वचन मानकर संत निरंकारी भवन प्रेमनगर में मसूरी के जोनल इंचार्ज हरभजन सिंह की अध्यक्षता में 'रक्तदान शिविर' का आयोजन किया। उन्होंने सत्गुरु सुदीक्षा महाराज का संदेश देते हुए कहा कि मानव द्वारा मानवता के लिए की गई सेवा ही सुखदायी होती है। परोपकार से की गई सेवा ही मनुष्य को सच्चा आनन्द प्राप्त करती है।
इस विशाल रक्तदान शिविर का उद्घाटन मसूरी से आये जोनल इंचार्ज हरभजन सिंह द्वारा हुआ। ब्रांच मुखी सत्य सिंह पुण्डीर ने मिशन का प्रतीक चिह्न दुपट्टा पहनाकर सिंह का स्वागत किया। महन्त इन्द्रेश अस्पताल की एक्सपर्ट डाक्टरों की टीम ने निरंकारी भक्तों द्वारा रक्तदान शिविर में लगभग 110 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया।
इस रक्तदान शिविर में भक्तों ने संदेश दिया कि मानवता की सेवा निःस्वार्थ भाव से ही की जा सकती है। अगर कोई इंसान कष्ट में है और दूसरा इंसान मदद करता है तो उसके पीछे कहीं न कहीं अपना स्वार्थ छिपा हुआ होता है परंतु सेवा इससे कहीं भिन्न होती है। इसलिए भक्त हमेशा ऐसे अवसर का इंतजार करते है जहंा किसी न किसी रूप में मानवता की निःस्वार्थ भाव से सेवा हो सके।
संत निरंकारी मण्डल तथा संत निरंकारी चौरिटेबल फाउंडेशन के द्वारा आयोजित रक्तदान शिविर का यह रूप निःस्वार्थ सेवा भाव का ही प्रमाण है। भक्त चाहते हैं कि उनका रक्त मानवता की सेवा में लग सके। बाबा हरदेव सिंह महाराज ने कहा था कि 'रक्त नालियों में नहीं, नाड़ियों में बहना चाहिएं।' इसलिए भक्त रक्तदान को भक्ति एवं गुरुवचन के रूप मेें देखते हैं। विदित हो कि मानवता की सेवा में निरंकारी मिशन वर्ष 1986 से लेकर अभी तक 6,076 रक्तदान शिविर आयोजित कर चुका है। जिसमें 10,36,560 युनिट रक्तदान किया गया। जोकि मानवता की सेवा के लिए विश्व का सबसे बड़ा मिशन है।
इस रक्तदान शिविर में विधायक हरबंश कपूर, क्षेत्रीय संचालक दिलवर सिंह पंवार, ज्ञान प्रचारक भरत बहादुर ठाकुर, डा0 सुरेन्द्र सिंह साजन, नरेश विरमानी, हरबंश सिंह, वैद्यजी, विरेन्द्र रावत, सुरेन्द्र जीत, दया बिष्ट, पुष्कर बिष्ट आदि मौजूद रहे। इस दौरान सेवादल के सदस्यों ने प्याउ, लंगर, ट्रैफिक इत्यादि की व्यवस्था सूचारू रूप से की।