उत्तराखंड पावर जूनियर इंजीनियर्स एसोसिएन की बैठक में प्रोन्नति मामले में चर्चा
यूपीसीएलः स्वर्गीय आत्माओं से भी प्रत्यावेदन मांगे गये
संवाददाता
देहरादून। केन्द्रीय अध्यक्ष जीएन कोठियाल ने कहा कि एसोसिएशन द्वारा अवर अभियंता से सहायक अभियंता के 15 रिक्त पदों पर यूपीसीएल प्रबन्धन द्वारा प्रोन्नति नहीं किये जाने को लेकर मुख्यमंत्री को 05 अक्तूबर को विस्तारपूर्वक अवगत कराया जा चुका है। केन्द्रीय अध्यक्ष ने कहा कि एसोसिएशन द्वारा अवर अभियंता संवर्ग के सदस्यों की प्रोन्नति को लेकर प्रबन्धन से लम्बे समय तक वार्ता की गयी एवं निर्धारित समय सीमा तक इंतज़ार किया गया। प्रबन्धन द्वारा लगातार प्रोन्नति किये जाने का सिर्फ आश्वासन दिया जाता रहा परन्तु प्रोन्नतियां नहीं की गयीं, जबकि अन्य संवर्गों में प्रोन्नतियां कर दी गयी। उन्होंने कहा कि प्रबन्ध निदेशक यूपीसीएल को पुनः पत्र के माध्यम से याद दिलाया गया है कि प्रोन्नति के सम्बन्ध में 17 जुलाई को कमेटी का गठन किया गया था जिसके द्वारा आश्चर्यजनक रूप से स्वर्गीय आत्माओं से भी प्रत्यावेदन मांगे गये जबकि 14 अगस्त को प्रत्यावेदन की तिथि भी समाप्त हो चुकी है।
प्रान्तीय अध्यक्ष रविन्द्र सैनी ने कहा कि अवर अभियंता संवर्ग के सदस्यों की प्रोन्नति को बेवजह कोर्ट केस का हवाला देकर विवादित बनाने के लिये कमेटी बनाकर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। उन्होंने कहा कि जिन अवर अभियंताओं की प्रोन्नति होनी है, प्रबन्धन द्वारा उनकी प्रोन्नति किये जाने के स्थान पर उनमें से कई को सहायक अभियंता के पद का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है जबकि उन्हें बेवजह प्रोन्नति से वंचित रखा है।
बैठक में अवर अभियंता का प्रारम्भिक ग्रेड पे 4800/- किये जाने, प्रोन्नति कोटा 58.33 प्रतिशत किये जाने एवं एसीपी में 9/5/5 की व्यवस्था पूर्ववत किये जाने को लेकर भी चर्चा की गयी।
यह भी तय किया गया कि यदि शीघ्र ही समय रहते एसोसिएशन की जायज मांगों पर कार्यवाही नहीं की गयी तो एसोसिएशन माननीय उच्च न्यायालय द्वारा पूर्व में तय की गयी अवर अभियंताओं की अंतिम वरिष्ठता सूची में प्रबन्धन द्वारा छेड़खानी किये जाने की एसआईटी जांच की मांग शासन से करने को बाध्य होगा।