रविवार, 19 अप्रैल 2020

कोरोना से बचावः हाथ धोना ही काफी नहीं

कोरोना से बचावः हाथ धोना ही काफी नहीं



कोरोना वायरस से बचने के लिए उन्हें सुखाना भी जरुरी
प0नि0डेस्क
देहरादून। जब से कोरोना वायरस फैला है हर कोई सलाह दे रहा है कि बार-बार साबुन से हाथ धोयें। जितना हाथ साफ रहेगा उतना ही आप कारोनो से सुरक्षित रह पाएंगे। लेकिन क्या सिर्फ हाथ धो लेना ही काफी है! याद रखिए कि जितना जरूरी हाथ धोना है उतना ही सुखाना भी जरुरी है।
सूखी त्वचा पर रोगाणु कम होते हैं। हाथ सुखाने से न केवल हाथों की नमी दूर होती है बल्कि इसमें घर्षण भी होता है जो सूक्ष्मजीवों की संख्या को कम करता है। साथ ही सूक्ष्मजीवों के पर्यावरण में फैलने से रोकने में भी कमी लाता है। सूखी त्वचा की तुलना में गीली त्वचा से रोगाणुओं के फैलने की संभावना अधिक होती है।
कपड़े वाले तौलिए से हाथों को सुखाने सुरक्षित नहीं हैं क्योंकि इससे रोगाणु पनपने का खतरा होता है। विशेषज्ञों के मुताबिक डिस्पोजेबल टिशू पेपर इस्तेमाल करना बेहतर है। डिस्पोजेबल पेपर टिशू से हाथ पोंछना या सुखाना चाहिए क्योंकि यह तेज़ी से हाथों की नमी को सोख लेता है। हाथों में बची नमी को हटाने का ये सबसे तेज़ और सबसे प्रभावी तरीका है। यह कोविड-19 के प्रसार से बचने के लिए अहम साबित हो सकता है।
विशेषज्ञों के मुताबिक लोग हाथों को अच्छी तरह धोते तो हैं लेकिन अक्सर वह हाथों को अच्छे से सुखाने की अनदेखी कर देते हैं। हाथों को सुखाना भी स्वच्छता का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। ऐसा करना कई बिमारियों से दूर रखता है। इसलिए खुद भी साफ़ रहिये और अपने हाथों को भी साफ़ रखिए।
कुछ लोग मानते हैं कि एयर ड्रायर से हाथ सुखाना अच्छा होता है, क्योंकि उससे बैक्टीरिया या अन्य रोगाणु जीवित नहीं रहते है लेकिन यह मिथ है। एयर ड्रायर और जेट एयर ड्रायर से हाथ सुखाने से पर्यावरण प्रदूषित हो सकता है और ड्रायर सूक्ष्मजीवों का फैलाव हवा में बढ़ा सकते हैं। वहीं कपड़े वाले तौलिये से हाथों को सुखाने से भी रोगाणु पनपने का खतरा होता है।


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