गुरुवार, 3 सितंबर 2020

हिंदू रीति से अपने बच्चे का नाम रखने की विधि

नवजात के नाम रखने की प्रक्रिया को संस्कारपूर्वक किया जाता है  
हिंदू रीति से अपने बच्चे का नाम रखने की विधि



प0नि0डेस्क
देहरादून। हिंदू रीति में नामकरण का एक विशेष महत्व होता है। हर किसी के जन्म के बाद उसके नाम पर सबकी नजरें होती है कि बच्चे का नाम क्या रखा जाएगा। नामकरण दो शब्दों से मिलकर बना है नाम और करण। आप सभी नाम का अर्थ तो जानते ही है। संस्कृत में करण का अर्थ होता है बनाना या सृजन करना। 
नामकरण में नवजात के नाम रखने की प्रक्रिया को संस्कार पूर्वक किया जाता है। नाम रखने की इस प्रक्रिया को पूरी विधि के साथ पूरा किया जाता है। इस मौके पर परिवार सभी मुख्य सदस्य एकत्र होते हैं। 
हिंदू धर्म में शिशु के जन्म के ग्यारहवें या बारहवें दिन के बाद उसका नामकरण संस्कार किया जाता है। जिसमें शिशु का नाम रखा जाता है। परिवार के सभी सदस्य बच्चे की जन्म राशि के प्रथम अक्षर के अनुसार या अपनी पसंद से नाम रखने की सलाह देते हैं और इनमें से ही सबसे अच्छा नाम तय कर लिया जाता है। नामकरण संस्कार किसी शुभ दिन और मुहूर्त में किया जाता है। 
नामकरण संस्कार में एक तरह की छोटी पूजा होती है। उक्त पूजा में बच्चे के माता-पिता बच्चे को गोद में लेकर बैठते हैं। इसके अलावा घर के बाकी रिश्तेदार भी इसमें शामिल होते हैं। पूजा करने के लिए पंडित बच्चे की राशि के अनुसार एक अक्षर बताते है। जिससे बच्चे के माता-पिता या अन्य सदस्यों को एक नाम रखना होता है। वैसे तो कई लोग बच्चे का घर का नाम और बाहर का नाम अलग-अलग रखते हैं। उसके बाद बच्चे के माता-पिता चुने गए नाम को बच्चे के कान में धीरे से बोलते हैं। इस तरह नामकरण संस्कार की प्रक्रिया पूरी हो जाती है। 
उस दिन बच्चे का वही नाम हो जाता है और उस नाम से ही उस बच्चे की पहचान बनती है। नाम रखना वैसे तो काफी आसान होता है लेकिन ये कई बार मुश्किल हो जाता है। बच्चे के लिए सोचना पड़ता है कि उस पर कौन सा नाम सही रहेगा या उस नाम का मतलब क्या रहेगा। इसके अलावा यह भी दबाव होता है कि बच्चे के बड़ा होने पर उसे अपना नाम पंसद आये। कहीं ऐसा ना हो कि उसे अपना नाम बताने पर शर्म आये। आजकल लोग बच्चे के नाम के लिए इंटरनेट का सहारा लेते हैं। 
अपने बच्चों का नाम रखते समय इन बातों का ध्यान रखना चाहिये। बच्चे का नाम चुनते वक्त यह ध्यान रखें कि नाम बुलाने में आसान हो जिससे लोग आसानी से बुला सकें। बच्चे का नाम सुनने में अच्छा होना चाहिए और नाम रखने से पहले उसका अर्थ जरूर जान लें। बच्चों का नाम चुनते समय कोशिश करें नाम अलग सा हो, जिससे बच्चे के स्कूल में जाने पर उसके नाम के कई बच्चे ना हो। बच्चे का अलग सा नाम उसे भीड़ में अन्य बच्चों से अलग रखता है।


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