ब्रेकफास्ट और लंच में ब्रेड और जैम लेने के साइड इफेक्ट्स
बच्चों को ब्रेड-जैम खिलाने से होने वाले नुकसान
प0नि0डेस्क
देहरादून। स्कूल जाने वाले कई बच्चों का ब्रेक फास्ट ब्रेड और जैम होता है। आसानी से तैयार होने वाला ब्रेड जैम न सिर्फ स्कूल टाइम पर पैरेंट्स का ब्रेकफास्ट बनाने में समय बचाती है बल्कि बच्चें भी इसे खाने में आनाकानी नहीं करते हैं। इसलिए हमारे परिवारों में ब्रेड जैम आजकल का पसंदीदा ब्रेकफास्ट हो गया है। ज्यादात्तर मौके पर आप अपने बच्चों को ब्रेड-जैम देते है क्योंकि आप इससे होने वाले नुकसान के बारे में जानकारी नही रखते।
कई मां बाप ब्रेकफास्ट और लंच में अपने बच्चों को जैम, ब्रेड, टोस्ट सर्व करते हैं, क्योंकि कई मांओं को टीवी विज्ञापन देखकर लगता है कि जैम फलों से बनकर तैयार होता है। इसमें न्यूट्रिएंट्स होते हैं और यह बच्चों के लिए हेल्दी होती है। टीवी पर देखकर आप भी इन बातों को सच मानने लगते हैं।
कई लोगों को लगता है कि जैम को फलों से तैयार किया जाता है। बता दें कि जैम को बनाने के लिए फलों को उबाला जाता है। ऐसा करते समय इनमें पानी की मात्रा बहुत कम हो जाती है। इसके अलावा फलों में मौजूद पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं। यहां तक की जिन फलों में विटामिन सी होता है जैम बनाते समय वो पूरी तरह नष्ट हो जाता है। जिससे इसमें पोष्टकता खत्म हो जाती है।
इसकी वजह से इसे खाने वाले बच्चों की सेहत पर बुरा असर पड़ता है। दरअसल बच्चों को जैम खाना पसंद होता है। जिस वजह से वो आए दिन इसका सेवन करते हैं। एक चम्मच जैम 2 चम्मच चीनी के बराबर होता है। नियमित रूप से इसका सेवन करने से बच्चों में मोटापे के साथ-साथ दिल संबंधित परेशानियों का खतरा बढ़ जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि ज्यादा जैम खाने से हम जरूरत से ज्यादा कैलरी ले लेते हैं।
सिर्फ जैम ही नहीं केचअप और दूसरे प्रिजर्व्ड फूड में भी चीनी और आर्टिफिशयल स्वीटनर का अधिक मात्रा में इस्तेमाल किया जाता है। मीठा होने की वजह से बच्चे बहुत ज्यादा मात्रा में लेते है। वहीं इन चीजों खाने से ब्रेन को झूठा संकेत जाता हैं कि उनका पेट भरा हुआ है। यही कारण है कि आपका बच्चा खाना खाने में आनाकानी करने लगता है।
जो बच्चें नियमित तौर पर जैम का सेवन शुरु कर देते हैं। उन बच्चों में मोटापे के साथ-साथ हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है। इसके पीछे कारण यह है कि आप अधिक जैम खाकर अधिक कैलोरी का सेवन कर रहे हैं। जबकि उनके शरीर को उतने की जरूरत नही होती।