सोमवार, 27 दिसंबर 2021

शान्ति पहले से ही प्रत्येक मनुष्य के हृदय में विराजमानः प्रेम रावत

 राजविद्या केन्द्र के तत्वाधान में शांति के सन्देश कार्यक्रम का आयोजन

शान्ति पहले से ही प्रत्येक मनुष्य के हृदय में विराजमानः प्रेम रावत



संवाददाता

देहरादून। राजपुर रोड स्थित सेंट जोसेफ अकादमी के सभागार में राजविद्या केन्द्र के तत्वाधान में एक शांति के सन्देश कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें प्रेम रावत के विभिन्न संदेशों एवं अनुभव को वीडियो प्रोजेक्टर के माध्यम से दिखाया गया, जिसमें शहर के अनेक गणमान्य लोगों प्रतिभाग किया।

शांतिदूत प्रेम रावत विगत 53 वर्षों से शांन्ति के सन्देश को सुनाकर विश्वभर के कोने-कोने में जाकर लोगों को प्रेरित करते आ रहे हैं। उनके अनुसार शान्ति पहले से ही प्रत्येक मनुष्य के हृदय में विराजमान है और हर एक मनुष्य स्वयं ही अपने हृदय में उसका अनुभव कर सकता है। प्रेम रावत ने मानव एवं मानवता के लिए अपना सारा जीवन लगाया है। चार वर्ष की अलपायु में ही उन्होंने यह शान्ति का सन्देश लोगों को सुनाना शुरु कर दिया था।

आज विश्व को 75 भाषाओं में उनके सन्देश का अनुवाद किया जाता है तथा 106 देशों में इस सन्देश को देखा व सुना जाता है। इसी महान कार्य के लिए उन्हें  संयुक्त राष्ट्र  द्वारा ।उइंेेंकवत व िच्मंबम ( शांतिदूत ) की उपाधि से सम्मानित किया हो गया है।

इस संदेश को निरंतर रूप से सुनने अपने जीवन में उतारने वाले लोगो का  कहना है कि उन्होंने जीवन को एक नए व सरलतम नज़रिये से देखना शुरु किया  है, जिनसे वे हर पल खुशी और शांति का एहसास करते हैं। कार्यक्रम को सुनकर यहां उपस्थित श्रोतों का भी यही अनुभव रहा कि प्रेम रावत अपने संदेश को सरल शब्दों, जीवन से जुडी छोटी-छोटी कहानियों, उद्वारणों व आसान तरीके से लोगों को समझाते हैं। इस कारण आज विश्व के प्रसिद्ध प्रतिष्ठानों, संस्थाओं, संसद व विधानसभाओं यहां तक कि विभिन्न जेल में भी लोग उन्हें सुनने के लिए उत्सुक रहते हैं, क्योंकि उनका कहना है कि जब स्वयं के अंदर शांति होगी तभी पूरे विश्व में शांति होगी।


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